Uttar Pradesh

अंधेरे जीवन में रोशनी बिखेरने वाले चित्रकूट के डॉ बीके जैन को मिलेगा पद्मश्री पुरस्कार

अंधेरे जीवन में रोशनी बिखेरने वाले चित्रकूट के डॉ बीके जैन को मिलेगा पद्मश्री पुरस्कार
अंधेरे जीवन में रोशनी बिखेरने वाले चित्रकूट के डॉ बीके जैन को मिलेगा पद्मश्री पुरस्कार

– -चित्रकूट को मिली इस बड़ी उपलब्धि से खुशी की लहर

– -सदगुरू नेत्र चिकित्सालय चित्रकूट के निदेशक है डॉक्टर जैन

चित्रकूट,26 जनवरी (Udaipur Kiran) ।अंधत्व निवारण के क्षेत्र में 50 वर्षों से कार्य कर रहे सदगुरू नेत्र चिकित्सालय चित्रकूट के निदेशक डॉ.बी.के.जैन का भारत सरकार द्वारा देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित किए जाने से भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में खुशी की लहर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव,उप मुख्यमंत्री डॉ राजेंद्र शुक्ला और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आदि देश के दिग्गज राजनेताओं ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए डॉ बीके जैन को बधाई दी है।

आपको बता दें कि परमहंस संत श्री रणछोड़दास जी महाराज के कर-कमलों से चित्रकूट के जानकी कुण्ड में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध संस्थान सदगुरु नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डॉ.बी.के.जैन को अंधत्व निवारण के क्षेत्र में पांच दशकों के अभूतपूर्व योगदान के लिए भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार के लिए सम्मानित करने का निर्णय लिया है। यह पुरस्कार उन्हें चिकित्सा के क्षेत्र में व्यक्तिगत कार्य एवं योगदान के लिए दिया जायेगा। डॉ.बी.के जैन ने 70 के दशक के आरम्भ में चित्रकूट आकर अपनी सेवाएं देनी आरम्भ की थी, उनके परिश्रम और दूरदर्शिता के कारण आज सदगुरु नेत्र चिकित्सालय ने अंतर्राष्ट्रीय ख्याति अर्जित की एवं आज विश्व के श्रेष्ठ नेत्र चिकित्सकीय संस्थानों में इसकी गिनती होती है। डॉ.जैन के निर्देशन में प्रतिवर्ष 1 लाख 55 हजार से अधिक सफल नेत्र आपरेशन अत्याधुनिक मशीनों द्वारा विश्व के सबसे बड़े मोड्यूलर ओपरेशन थियेटर में संपन्न होते हैं। इसके साथ ही 17 लाख से अधिक लोगों तक नेत्र चिकित्सकीय सुविधाए उपलब्ध कराई जाती है। डॉ. जैन के निर्देशन में चिकित्सालय द्वारा मप्र एवं उप्र के विभिन्न जनपदों में 130 प्राथमिक नेत्र जांच केन्द्र भी संचालित हैं एवं प्रतिवर्ष 45 हजार से अधिक सामुदायिक नेत्र शिविरों का आयोजन किया जाता है। जिसके माध्यम से लाखों-लाखों लोगों तक नेत्र सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है |

एक विशेष उपलब्धि के रूप में डॉ.जैन को सर्वप्रथम पांच जिलों को मोतियाबिंद मुक्त क्षेत्र बनाने का भी श्रेय जाता है। उनके कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में सदगुरु नेत्र चिकित्सालय ने पन्ना, सतना,बांदा,हमीरपुर और फतेहपुर इन पांच जिलों को एक विशेष अभियान चलाकर घर-घर नेत्र परीक्षण करवाया गया एवं मोतियाबिंद के चिन्हित रोगियों को सर्जरी कर नवीन रोशनी प्रदान की गई।

पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित हुए सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डॉ.जैन ने चित्रकूट में हो रहे समाज कल्याण के इन सभी कार्यों के लिए गुरुदेव की प्रेरणा और आशीर्वाद को श्रेय दिया एवं स्वयं को एक निमित्त मात्र बतलाया। साथ ही उन्होंने सदगुरु परिवार के अनेकों कार्यकर्ताओं, गुरु-भाई बहनों, परिवारजनों को इस उपलब्धि के लिए उनके प्रत्यक्ष एवं परोक्ष योगदान के लिए भी श्रेय दिया।

वहीं दीन दयाल शोध संस्थान चित्रकूट के संगठन सचिव अभय महाजन ने सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के निदेशक डॉ बीके जैन का चयन पद्मश्री पुरस्कार के लिए किए जाने पर प्रसन्नता जताते हुए केंद्र सरकार को बधाई दी है। उन्होंने नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में डॉक्टर जैन द्वारा किए गए योगदान की सराहना की और पद्मश्री पुरस्कार को चित्रकूट के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। चित्रकूट को मिली इस बड़ी उपलब्धि के बाद से देश भर से डॉक्टर जैन को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। इस मौके पर सदगुरू नेत्र चिकित्सालय के प्रशासनिक अधिकारी/ट्रस्टी डॉक्टर इलेश जैन,राजेंद्र प्रसाद मिश्रा,समाजसेवी शंकर यादव,यूपी जर्नलिस्ट एसोसिएशन चित्रकूट के जिलाध्यक्ष रतन पटेल, पीआरओ वीरेंद्र शुक्ला,निजी सहायक सुशील कुमार आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / रतन पटेल

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