—सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में छाया चित्र प्रदर्शनी देखने उमड़े छात्र
वाराणसी,25 जनवरी (Udaipur Kiran) । सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के पुरातत्त्व संग्रहालय में शनिवार को अण्डमान निकोबार सेल्युलर जेल जैसा नजारा दिखा। अवसर रहा सामाजिक विज्ञान विभाग, पुरातत्त्व संग्रहालय की पहल पर आयोजित अण्डमान निकोबार सेल्युलर जेल पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का। जाने—माने छायाकार राजकुमार प्रसून के चित्रों के संग्रह को देख लोगों को इसी जेल में रहे वीर सावरकर की याद आई।
इसी जेल में वीर सावरकर को अंग्रेजों ने दस साल रख यातना दिया था। देश में आजादी की अलख जगाने वाले क्रांतिवीरों को इसी जेल में असहनीय यातना दी जाती थी। छायाकार राजकुमार के अनुसार युवा पीढ़ी चित्र प्रदर्शनी के जरिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान और उसको पाने के लिए उनके बलिदान को समझ सकेंगी। सेल्युलर जेल की तस्वीरें और स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को चित्र प्रदर्शनी में देखने के लिए छात्रों की भीड़ भी उमड़ती रही। इसके पहले दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन साक्षी पाण्डेय (विनर मिसेज बनारस) व अन्य अतिथियों ने किया। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता प्रो विधु द्विवेदी (संकायध्यक्ष-आधुनिक ज्ञान-विज्ञान संकाय) ने की। इस प्रदर्शनी का समापन 26 जनवरी रविवार को अपरान्ह में होगा। प्रदर्शनी में प्रो. जितेन्द्र शाही, प्रो. रामपूजन पाण्डेय, प्रो. राजनाथ, प्रो. शैलेश कुमार मिश्र की उपस्थिति रही।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी