अखनूर 25 जनवरी (Udaipur Kiran) । जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग ने सरकार की आयुक्त सचिव याशा मुद्गल, आईएएस के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रीय पर्यटन दिवस मनाया। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों ने जम्मू की समृद्ध, सांस्कृतिक धरोहर को उजागर किया और सतत पर्यटनए, नागरिक जिम्मेदारी और पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर दिया।
दिन का मुख्य आकर्षण जम्मू पर्यटन निदेशालय द्वारा आयोजित एक हेरिटेज वॉक था जो अखनूर के निकट चेनाब नदी के दाहिने तट पर स्थित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बौद्ध स्थल अम्बारां से शुरू हुआ।
प्रतिभागियों ने इस वॉक के दौरान कई ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया जिनमें टीआरसी अखनूर गुरुद्वारा बाबा सुंदर सिंह जी, परशुराम मंदिर, पांडव गुफा, अखनूर किला, दुर्गा मंदिर और जिया पोता घाट शामिल हैं। जिया पोता घाट ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यहीं 17 जून 1822 को महाराजा रणजीत सिंह ने श्री गुलाब सिंह का राज्याभिषेक किया था।
जम्मू के पर्यटन निदेशक विकास गुप्ताए, जेकेएएस ने पर्यटन को सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि हेरिटेज वॉक जैसे कार्यक्रम लोगों को जम्मू के समृद्ध इतिहास से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम हैं। उन्होंने इस तरह की गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित करने पर जोर दिया जिससे विद्यार्थियों को न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर की गहरी समझ हो बल्कि समावेशिता, स्थिरता और सांस्कृतिक संपत्तियों को संरक्षित व बढ़ावा देने की जिम्मेदारी का भी एहसास हो।
जम्मू की संयुक्त निदेशक पर्यटन, सुश्री सुनैना मेहता, जेकेएएस ने जम्मू की विविध सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने अखनूर के निकट स्थित प्राचीन बौद्ध स्थल अम्बारां के ऐतिहासिक महत्व पर भी प्रकाश डाला। यह स्थल पहली शताब्दी ईसा पूर्व का एक महत्वपूर्ण मठीय केंद्र था जो सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आदान.प्रदान का केंद्र रहा है। इस स्थल का 2011 में परम पावन दलाई लामा ने दौरा किया था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरों का जश्न मनाते हैं स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाते हैं और इस वर्ष की थीम ष्समावेशी विकास के लिए पर्यटनष् के साथ पूरी तरह मेल खाते हैं।
इस कार्यक्रम में शौकत हयात मट्टू, जेकेएएस, उप निदेशक पर्यटन एडवाइजरी, सुगंधी बनोत्रा, जेकेएएस सहायक निदेशक पर्यटन जम्मू, डॉ. तरन सिंह, सुशील शर्मा, पर्यटन विभाग के अन्य अधिकारी, लिटिल फ्लॉवर्स स्कूल अखनूर और पिसी वैद स्कूल के छात्र उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी