जयपुर, 24 जनवरी (Udaipur Kiran) । नगर निगम हेरिटेज की कार्यवाहक मेयर कुसुम यादव का कार्यकाल तीसरी बार 60 दिन के लिए बढ़ाया गया है।
गौरतलब है कि पिछले साल 23 सितंबर के दिन भ्रष्टाचार के मामले में एसीबी द्वारा चालान पेश करने के बाद मुनेश गुर्जर को सरकार ने पार्षद और मेयर के पद से निलंबित कर दिया था। मुनेश के पति सुशील गुर्जर के साथ दो अन्य व्यक्तियों को पट्टा जारी करने की एवज में रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार किया था। इस प्रकरण में एसीबी ने मुनेश गुर्जर को भी आरोपित बनाया था। इसके बाद सरकार ने 24 सितंबर को सरकार ने आदेश जारी कर कुसुम यादव को कार्यवाहक मेयर नियुक्त किया था। उस समय इनका कार्यकाल 60 दिन का था। जिसे पूरा होने पर एक बार फिर से उनका कार्यकाल 60 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। इसके साथ ही नगर निगम हेरिटेज में संचालन समितियां के गठन को लेकर भी सरगर्मियां तेज हो गई है। बीजेपी और कांग्रेस से बीजेपी में शामिल पार्षदों द्वारा लगातार बीजेपी नेताओं और यूडीएच मंत्री से मिल नगर निगम में संचालन समितियों के गठन की मांग कर रहे है। मेयर कुसुम यादव भी इस मांग को लेकर कई बार पार्टी नेताओं तक अपनी बात पहुंचा चुकी है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही नगर निगम हेरिटेज में मेयर के एक्सटेंशन के साथ ही संचालन समितियों का गठन भी हो सकता है।
कुसुम यादव ने साल 2020 में हुए नगर निगम चुनावों में बीजेपी से टिकट न मिलने के बाद बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। उस समय उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को हराकर वार्ड 74 से चुनाव जीतकर पार्षद बनी। हालांकि जीत के बाद वे खुद बीजेपी गई और उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया। इसके कुछ समय बाद बीजेपी ने उन्हें वापस प्राथमिक सदस्यता दी।
नगर निगम ग्रेटर और नगर निगम हैरिटेज दोनों में चार साल के कार्यकाल के दौरान 2-2 मेयर अब तक नियुक्त हो चुके है। इससे पहले गहलोत सरकार के समय ग्रेटर निगम में वर्तमान मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर के अलावा यहां कार्यवाहक के तौर पर शील धाबाई भी रही थीं। वहीं अब भजनलाल सरकार में मुनेश गुर्जर के निलंबित होने के बाद कुसुम यादव को कार्यवाहक मेयर लगाया है।
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(Udaipur Kiran) / राजेश