दमोह, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । महिला सशक्तिकरण एवं देश भक्ति का भाव और संदेश लेकर आशा मालवीय की कन्याकुमारी कारगिल सियाचीन दिल्ली सोलो साईकिल यात्रा दमोह पहुंची। यहां मंगलवार को उन्होंने जसवंत लाल बीडीवाला कन्या शाला की छात्राओं को संबोधित करते हुये प्रेरणादायी उद्बोधन देते हुये कहा कि जिन्दगी में कुछ बनने के लिये लक्ष्य तय करो और आगे बढो। पर्सनल बनकर नहीं पर्सनालटी बनकर जिन्दगी को जिओ।
उन्होंने बताया कि ’कारगिल विजय दिवस कि रजत जयंती’ के अवसर पर मेरी यात्रा ’कन्याकुमारी-कारगिल-सियाचिन-दिल्ली’ का ध्येय दिनाँक 26-जुलाई 2024 को कारगिल पहुँच कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये सशक्त सेना तथा समृद्ध भारत का संदेश पूरे विश्व को देना था। यात्रा के दौरान मैं दिनांक 15 अगस्त को हिम अच्छादित सियाचिन पहुंची तथा भारत के वीर सपूतों को नमन किया। उसके पश्चात 06 सितंबर, 2024 को दुनिया के सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित मोटरेबल रोड से होकर अभी मैं दमोह आई हूं। मेरे द्वारा अभी तक इस यात्रा में 16,770 कि.मी .की दुरी तय कर ली गई है। जसवंत लाल विघालय के प्राचार्य एवं स्टाफ ने आशा मालवीय का आत्मीय स्वागत पुष्पगुच्छ एव ंशाल श्रीफल के साथ किया।
विदित हो कि आशा मालवीय कि ग्राम नाटाराम जिला राजगढ़ मध्यप्रदेश की निवासी हैं एवं राष्ट्रीय खिलाड़ी व संपूर्ण भारत की एकल महिला साइक्लिस्ट हैं। इनके द्वारा पूर्व में दि.01.11.2022 से 15.08.2023 तक संपूर्ण भारत में 26,000 कि.मी. एकल महिला साइकिल यात्रा महिला सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से पूर्ण कर चुकी हैं। दमोह पहुंचकर उन्होने कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर,पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा से भेंट की। आशा मालवीय ने चर्चा के दौरान अपने जीवन के उतार चढाव एवं संघर्ष को बताते हुये कहा कि मां के साथ मजदूरी करने के साथ लक्ष्य को साधा और आज हम इस मुकाम पर हैं। उन्होने बताया कि भारतीय सेना एवं स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस का यात्रा के दौरान लगातार सहयोग मिल रहा है।
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(Udaipur Kiran) / हंसा वैष्णव