हरिद्वार, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । विश्व के युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद की पंचांग के अनुसार 163वीं जयंती रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम में रोगी सेवा दिवस के रूप में मनाई गयी। रामकृष्ण मिशन अस्पताल में भर्ती सभी रोगियों को तिलक लगाया गया, माला पहनाई गई और फल वितरित किए गए। सेवा आश्रम में पूजा-अर्चना, यज्ञ एवं मंगल आरती का आयोजन किया गया। मिशन के संतों, चिकित्सकों तथा अन्य स्टाफ के सदस्यों ने रोगियों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की।
श्री रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम कनखल के सचिव स्वामी दयामूर्त्यानन्द महाराज ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श हैं। नर सेवा नारायण सेवा के उनके आव्हान ने पूरे विश्व में रोगियों को भगवान मानकर उनकी सेवा करने की परंपरा को प्रतिपादित किया है।
उन्होंने कहा कि हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह की कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि के दिन स्वामी विवेकानंद का जन्म बंगाल में हुआ था और इस दिन मिशन के विश्व भर के आश्रमों और अस्पतालों में स्वामी जी का जन्मदिन मनाया जाता है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के त्याग और वैराग्य आदर्शों को सब को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
संगीतकार सुनील मुखर्जी द्वारा भजन प्रस्तुत किए गए।
इस मौके पर सद्भाव प्रार्थना सभा में स्वामी उमेश्वरानंद मंजू महाराज, स्वामी कमलाकांतानंद महाराज, स्वामी जगदीश महाराज , वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. समरजीत चौधरी, मिनी योहानन, डॉ राधिका नागरथ,गोकुल सिंह, अमरजीत,सुधीर ,सचिन ,राहुल, श्यामल, पी कृष्णमूर्ति, डॉक्टर अरुणिमा, डॉ मधु शाह, डॉ दीपक, डॉक्टर कुसुम वालिया आदि मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला