अजमेर, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में इनकम टैक्स विषय पर एक अवेयरनेस सेशन का आयोजन किया गया। इस सत्र में आयकर के विभिन्न प्रावधानों, नई और पुरानी कर प्रणाली के अंतर और कर संबंधित अन्य मुद्दों पर विशेषज्ञ वक्ताओं ने चर्चा की।
सेशन में सीए प्रतीक जैन ने न्यू टैक्स रिजिम और ओल्ड टैक्स रिजिम के मध्य अंतर को स्पष्ट करते हुए इनमें होने वाली कटौतियों के बारे मे बताया। साथ ही यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को किस रिजिम में अधिक लाभ होगा। जैन ने आय के प्रकारों पर विस्तृत रूप से चर्चा करते हुए 5 प्रकार की आय बताई।
इसी कड़ी में सीए तरुण मोदी ने टैक्स लाज के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए अन्य स्त्रोतों से होने वाली आय पर लगने वाले टैक्स के समाधानों के बारे मे बताया। साथ ही सेक्शन 54 एफ और 54 ईसी के बारे मे अवगत करवाते हुए टैक्स रिटर्न फाइलिंग को समय से भरने के लाभ भी बताए।
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने कहा कि इस तरह के सेशन को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य कर प्रणाली के जटिल प्रावधानों से कर्मचारियों को अवगत कराना था क्योंकि ऐसे आयोजन वित्तीय प्रबंधन में कुशल बनने का अवसर प्रदान करते हैं। प्रो भालेराव ने आगे कहा कि हम ऐसे विषयों पर और भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे न केवल हमारे विश्वविद्यालय के सदस्यों का, बल्कि पूरे समाज का व्यापक विकास हो सके।
आयोजन में प्रतिभागियों ने वक्ताओं से इनकम टैक्स से संबन्धित अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। आयोजन मे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित थे।
सेशन के अंत मे वित्त अधिकारी प्रदीप अग्रवाल ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलसचिव अमरदीप शर्मा भी उपस्थित रहे । मंच संचालन पुनीत अग्रवाल ने किया।
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(Udaipur Kiran) / संतोष