झुंझुनू, 21 जनवरी (Udaipur Kiran) । राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक दलित ट्रैक्टर ड्राइवर को ईंट भट्टा मालिक ने पानी का मटका छूने पर बेरहमी से पीटा। इसके बाद ड्राइवर और उसके साथी को किडनैप कर रेवाड़ी (हरियाणा) ले गए। घरवालों से फिरौती के एक लाख रुपए मिलने के बाद दोनों को छोड़ा। मामला जिले के पचेरी कलां थाना इलाके के मेघपुर ईंट भट्टे का है। घटना 18 जनवरी की रात को हुई। रविवार को पीड़ित चिमनलाल मेघवाल ने मामला दर्ज कराया।
पीड़ित चिमनलाल मेघवाल ने बताया कि वो आरोपी से माफी मांगता रहा। लेकिन उसको दया नहीं आई। आरोपियों ने उसके साथ रातभर मारपीट की। पचेरी कलां थाना इंचार्ज राजपाल यादव ने बताया कि ड्राइवर के शरीर पर चोट के निशान हैं। ड्राइवर के साथी को भी पीटा है। दोनों का पचेरी सीएचसी (झुंझुनू) में मेडिकल कराया गया है।
पीड़ित ड्राइवर ने रिपोर्ट में बताया कि मैं सीकर जिले के खंडेला थाना इलाके के कोटड़ी गांव का रहने वाला हूं। दो दिन पहले 18 जनवरी को मैं ट्रैक्टर लेकर मेघपुर (झुंझुनू) में विनोद यादव के ईंट भट्टे पर ईंटें लेने गया था। ट्रैक्टर भरवाने के बाद विनोद के मुनीम को पैसे दे दिए। इसके बाद मटके से पानी पीने गया तो भट्टा मालिक विनोद यादव आ गया। उसने आते ही मुझे लात मारी। इसके बाद विनोद, मुनीम, बलराज और एक अन्य व्यक्ति मुझे कार में डालकर रेवाड़ी (हरियाणा) ले गए। वहां उन्होंने रातभर मारपीट की। रात को ऑनलाइन रुपए मंगवाए। इसके बाद 19 जनवरी की सुबह वापस भट्टे पर लाकर कमरे में बंद कर दिया।
पीड़ित चिमनलाल के साथी ड्राइवर परमेश्वर शर्मा ने बताया कि मैंने आरोपी को मारपीट करने से रोकने की भी कोशिश की। मैंने उससे कहा कि एक मटके को हाथ लगाया है मैं पांच मटके लाकर दे दूंगा। तब उसने मुझे भी पीटा। मुझे एक खेत में बनी कोठरी (कमरे) में बंद कर दिया।
इसके बाद हमारे परिचितों को फोन कर एक लाख रुपए की मांग करते रहे। रात को ही फोनपे के जरिए 20 हजार रुपए दिए। बाकी रकम सुबह देने की बात पर सुबह 4 बजे वापस भट्टे पर लाए। ट्रैक्टर ट्रॉली खाली करा दिया। सुबह 6 बजे मेरा भाई रामेश्वर एक लाख रुपए लेकर पहुंचा और भट्टा मालिक को दिए। तब मुझे छोड़ा। इस दौरान चिमनलाल भी वहां से भाग निकला।
ट्रैक्टर मालिक बलदेव मीणा ने बताया कि ड्राइवरों की हालत काफी खराब है। उनके साथ जमकर मारपीट की गई है। ट्रैक्टर मालिक बलदेव मीणा ने इस मामले को लेकर कहा कि- मेरे पास रात 2 बजे (19 जनवरी) फोन आया और कहा कि 1 लाख 12 हजार रुपए लेकर आओ। मैंने सिर्फ 16 हजार 900 रुपए बाकी छोड़े थे। चिमनलाल के फोन से भट्टा मालिक का कॉल आया था। चिमनलाल के चीखने चिल्लाने की आवाज भी सुनी थी। बेल्टों की मार से उसकी पूरी पीठ लाल हो गई है। बुहाना डीएसपी नोपाराम भाकर ने बताया कि मटके से पानी पीते समय पीटने का आरोप लगाया गया है। बाकी ड्राइवरों को क्यों पीटा यह जांच का विषय है। पीड़ित से पूछताछ नहीं हो पाई है। वह इलाज के लिए गया हुआ था। पूछताछ के बाद ही बात क्लियर होगी।
—————
(Udaipur Kiran) / रमेश