जम्मू 20 जनवरी (Udaipur Kiran) । उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जम्मू और कश्मीर के स्वदेशी हस्तशिल्प को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा प्रकृति ने जम्मू और कश्मीर को विभिन्न प्रकार के स्वदेशी हस्तशिल्प प्रदान किए हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में अपनी जगह बनाई है और निरंतर विपणन के साथ-साथ प्रचार के माध्यम से इन्हें बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इससे इन उत्पादों को एक बड़ा बाजार मिलेगा जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार पैदा होंगे।
उपमुख्यमंत्री ने आज जम्मू और कश्मीर उद्योग बिक्री मेले का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही जिसमें ऊन और रेशम उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई।
जम्मू-कश्मीर इंडस्ट्रीज द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में उद्योग एवं वाणिज्य विभाग की सचिव स्मिता सेठी, उद्योग एवं वाणिज्य निदेशक जम्मू अरुण कुमार मन्हास, जम्मू-कश्मीर इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक विक्रम गुप्ता, जम्मू-कश्मीर मिनरल्स के प्रबंध निदेशक पवन कुमार शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के आयोजन में जेकेआई के प्रयासों की सराहना करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार स्थानीय उद्योगों को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है और औद्योगिक विकास को गति देने के लिए आवश्यक तंत्र पहले से ही मौजूद है।
उन्होंने कहा यह सेल मेला जेकेआई के कार्यकर्ताओं की असाधारण प्रतिभा और जम्मू-कश्मीर की खासकर शहतूत रेशम से संबंधित समृद्ध विरासत का प्रमाण है। सरकार स्थानीय शिल्प को बढ़ावा देने, भेड़ पालने वालों, रेशम उत्पादकों, कारीगरों के लिए स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने और उनकी बाजार पहुंच का विस्तार करने के लिए समर्पित है।
उपमुख्यमंत्री ने जेकेआई को हमारे समृद्ध विरासत उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए जम्मू-कश्मीर के भीतर और बाहर अन्य प्रमुख स्थानों पर भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने की संभावनाओं का पता लगाने का निर्देश दिया।
मेले में नागरिक सचिवालय के कर्मचारियों की ओर से भारी प्रतिक्रिया देखी गई और यह अगले 10 दिनों तक जारी रहेगा जिसमें जनता की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष छूट और विशेष प्रचार की पेशकश की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी