मीरजापुर, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । खेती को स्मार्ट और लाभकारी बनाने की दिशा में मीरजापुर के पहाड़ी ब्लाक के ग्राम टेढ़ा और गुरखुली में किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी दी गई। एआईसीआरपीडीए परियोजना के एससीएसपी प्रोग्राम के तहत आयोजित खेत भ्रमण और प्रशिक्षण सत्र में 70 किसानों ने टमाटर, शिमला मिर्च और मिर्च की खेती के नए तरीकों को सीखा।
कार्यक्रम का नेतृत्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. अनुपान नेमा ने किया। उन्होंने किसानों को उन्नत कीट प्रबंधन तकनीकों और खनिज मिश्रण के फायदों के बारे में विस्तार से बताया। वहीं, काशी हिंदू विश्वविद्यालय (कृषि विज्ञान संस्थान) के निदेशक डॉ. उदय प्रताप सिंह ने जीरो टिलिंग (बिना जुताई की खेती) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसके फायदों से अवगत कराया।
किसानों ने इस दौरान प्रशिक्षण से प्रेरित होकर आधुनिक तकनीकों को अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम में डॉ. सुधाकर राजपूत, तकनीकी सहायक दिव्य दर्शन सिंह और शोध छात्र अंबिकेश त्रिपाठी भी मौजूद रहे।
इस पहल से जिले के किसान अब अधिक आत्मनिर्भर और कृषि में नवाचार के प्रति जागरूक हो रहे हैं, जिससे उनकी फसलें न केवल अधिक उपजाऊ बल्कि लाभकारी भी होगी।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा