रामगढ़, 19 जनवरी (Udaipur Kiran) । झारखंड के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा हजारीबाग जाने के दौरान रविवार को रामगढ़ के मांडू में रुके। यहां झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव फागू बेसरा ने उनका स्वागत किया।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए चमरा लिंडा ने कहा कि झारखंड में एक बार फिर एकलव्य विद्यालय और आश्रम विद्यालय की शुरुआत की जाएगी। जिन स्थानों पर पहले से इन विद्यालयों का निर्माण हो चुका है, वहां पढ़ाई अभी बंद है। लेकिन सरकार योजनाबद्ध तरीके से उन विद्यालयों में शिक्षा देने की शुरुआत करेगी।
आदिवासी समाज के बच्चों को उच्च शिक्षा उपलब्ध हो, इसके लिए हेमंत सोरेन की सरकार ने पहले भी बड़े फैसले लिए हैं। यहां के बच्चों को पढ़ने के लिए इंग्लैंड भेजने का फैसला भी सरकार ने लिया है। कई बच्चे स्कॉलरशिप पर वहां पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन देश में भी झारखंड के बच्चे बेहतर सेवा दे सकें, इसलिए यूपीएससी, इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई के लिए भी सरकार योजना बना रही है। यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली में शिक्षा उपलब्ध कराया जाएगा। रांची में भी नीट, आईआईटी के तहत इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई छात्रों को कराई जाएगी। इन सभी मुद्दों पर विभाग अपनी योजना तैयार कर रहा है।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश