– नर्मदापुरम के आदित्य की दूसरी रैंक, टॉप टेन में छह लड़कियां
इंदौर, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपी पीएससी) ने शनिवार देर शाम राज्य सेवा परीक्षा 2022 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। देवास की दीपिका पाटीदार ने 902.75 अंक प्राप्त कर परीक्षा में टॉप किया है। वहीं टॉप टेन में छह लड़कियों ने जगह बनाई है। रैंकिंग में दीपिका के बाद दूसरा स्थान आदित्य नारायण तिवारी (897.50) और तीसरा स्थान सुरभि जैन (893) अंक रहा है। इसके बाद महिमा चौधरी, धर्मप्रकाश मिश्रा , शानू चौधरी, स्वाति सिंह, उमेश अवस्थी, कविता देवी यादव और प्रत्यूष श्रीवास्तव का चयन हुआ है। इस परीक्षा में डिप्टी कलेक्टर के 24 पदों पर 11 महिलाओं का चयन हुआ है।
एमपी पीएससी के ओएसडी डॉ. आर.पंचभाई ने बताया कि, राज्य सेवा परीक्षा 2022 का फाइनल परिणाम जारी किया है। परीक्षा के इंटरव्यू 11 नवंबर से 9 जनवरी 2025 तक आयोजित किए गए थे। उन्होंने बताया कि, 87-13 प्रतिशत फॉर्मूले 394 कैंडिडेट्स का चयन हुआ है। इसमें कुल 456 सीटें थी। 52 सीटें 13 प्रतिशत में थी। 404 सीटें 87 प्रतिशत में थी, इसमें 10 सीटें खाली रही है। आयोग की वेबसाइट पर रिजल्ट अपलोड किया गया है। https://mppsc.mp.gov.in/Results पर रिजल्ट देख सकते है।
परीक्षा के माध्यम से कुल 456 पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन ओबीसी आरक्षण से संबंधित अदालत में लंबित मामले के कारण अभी 396 पदों पर नियुक्ति की गई है। शेष 60 पदों की घोषणा अदालत के निर्णय के बाद होगी। 13 प्रतिशत पदों पर नियुक्ति न होने का कारण ओबीसी आरक्षण विवाद है, जिसके समाधान की प्रतीक्षा है।
इन पदों पर हुए चयनित
चयनित अभ्यर्थियों को डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी, सहायक संचालक, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, वाणिज्य कर निरीक्षक, पंचायत विकास अधिकारी, और अन्य पदों पर नियुक्त किया जाएगा। यह परीक्षा राज्य प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा, सहकारिता विभाग, वित्त सेवा, और अन्य महत्वपूर्ण विभागों में पदों के लिए आयोजित की गई थी।
पंचायत सचिव की बेटी दीपिका बनेगी डिप्टी कलेक्टर
राज्य सेवा परीक्षा 2022 में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त करने वाली देवास जिले के सोनकच्छ क्षेत्र के गांव जामगोद की बेटी दीपिका पाटीदार डिप्टी कलेक्टर बनेंगी। दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार गढ़ खजूरिया के पंचायत सचिव हैं। माता सुमनबाई पाटीदार गृहिणी हैं। परिवार में माता-पिता के अलावा दीपिका का भाई दीपेश पाटीदार है, जो किसान है। शनिवार देर शाम जैसे ही दीपिका ने अपने पिता को मोबाइल पर अपने चयन व प्रदेश में पहले स्थान पर आने की जानकारी दी तो पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
दीपिका के पिता गोपाल पाटीदार ने बताया कि परिवार ने कभी बेटा-बेटी में भेदभाव नहीं किया। उसे हमेशा अपने बेटे की तरह ही माना, जो वह करना चाहती थी, उसमें पूरा सहयोग दिया। दीपिका ने दो साल तक दिल्ली में रहकर परीक्षा की तैयारी की थी। इसके बाद 2018-19 में इंदौर आ गई। वहीं पर छात्रावास में रहकर तैयारी कर रही थी। दीपिका ने बीएससी व एमए की पढ़ाई इंदौर से की है। एक दिन पहले ही दीपिका ने पिता से बात की थी तो कहा था जल्द ही परिणाम आने की संभावना है। दीपिका 2018 से परीक्षा दे रही थीं। अब सफलता मिली।
शहडोल के विवेक का असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर चयन
शहडोल जिले के ब्यौहारी विधानसभा के गांव झरौसी के रहने वाले विवेक कुमार का शिक्षा विभाग में चयन हुआ है। उनका असिस्टेंट डायरेक्टर पद पर सिलेक्शन हुआ है। उनके पिता बृजेश पटेल टीचर हैं। वहीं, टीकमगढ़ की नैनसी जैन का मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा में डीएसपी के पद पर चयन हुआ है। नैनसी जैन बालचंद्र जैन, शशि जैन की बेटी हैं।
सतना के दिव्यांश वाणिज्य कर निरीक्षक बने
सतना जिले के दिव्यांश पुत्र कमलेश शुक्ला का वाणिज्य कर निरीक्षक के पद पर चयन हुआ है। उन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता पाई। वह बिरसिंहपुर तहसील के मझियार गांव के रहने वाले हैं। सतना के ही शत्रुंजय प्रताप सिंह का चयन वाणिज्यिक कर निरीक्षक के पद पर हुआ है। वह ग्राम पंचायत कैलाशपुर के पनघटी गांव के रहने वाले हैं। सतना जिले के कुंदहरी गांव के जयंत सिंह पुत्र राघवेंद्र सिंह परिहार का महिला बाल विकास अधिकारी पद पर चयन हुआ। सतना जिले के भागवत प्रसाद शिवहरे का आरटीओ उपनिरीक्षक के पद पर चयन हुआ है। वे मझगवां के रहने वाले हैं। उनके पिता अमृत लाल शिवहरे अमृत ट्रेडर्स के संचालक हैं।
हरदा जिले के सोडलपुर गांव के रहने वाले राम सोलंकी का एमपीपीएससी 2022 में जिला कोषालय अधिकारी या डीईओ के रूप में चयन हुआ है। उन्हें मुख्य परीक्षा में 768 नंबर मिले हैं। वह वर्तमान में आगर मालवा जिले में उद्योग विभाग में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं। मंडला जिले के पिंडरई निवासी सागर जैन डिप्टी कलेक्टर बने। उनकी 24वीं रैंक आई है। पिता दिलीप जैन का निधन हो चुका है। मां गृहणी है। तीन साल से जबलपुर में रहकर तैयारी कर रहे थे।
(Udaipur Kiran) तोमर