-अलग-अलग परीक्षाओं के लिए भिन्न-भिन्न तैयारियों से मिलेगी परीक्षार्थियों को मुक्ति
अहमदाबाद, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । गुजरात लोक सेवा आयोग (जीपीएससी) की सभी प्रीलिमिनरी परीक्षाओं का पाठ्यक्रम अब एक होगा। इसका नाम सामान्य अभ्यास दिया गया है। राज्य सरकार के इस निर्णय से अलग-अलग परीक्षाओं के लिए भिन्न-भिन्न तैयारियों से परीक्षार्थियों को मुक्ति मिलेगी। वहीं, नौकरियों के लिए जारी होने वाले विज्ञापन के बाद घोषित होने वाले पाठ्यक्रम तक अब उन्हें इंतजार भी नहीं करना पड़ेगा।
जीपीएससी के अध्यक्ष हसमुख पटेल ने एक बयान में बताया कि विद्यार्थियों के हित को ध्यान में रखते हुए आयोग ने जीपीएससी भर्ती प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम में सामान्य बदलाव किए हैं और परीक्षाओं के लिए सामान्य अध्ययन का एकल पाठ्यक्रम तैयार किया है। जिससे जीपीएससी की सभी भर्ती परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को अलग-अलग पाठ्यक्रम के अनुसार तैयारी नहीं करनी पड़ेगी। अब एक ही पाठ्यक्रम होने से अभ्यर्थी पहले से अच्छी तैयारी कर सकते हैं और एक परीक्षा की तैयारी अन्य परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी हो सकती है। अब प्राथमिक परीक्षा के ‘सामान्य अध्ययन’ में इतिहास और संस्कृति, भारतीय राज्य व्यवस्था, संविधान, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध, तार्किक और बौद्धिक क्षमता, भारत और गुजरात की अर्थव्यवस्था, भूगोल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और सामान्य ज्ञान – क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रासंगिक घटनाएं शामिल हैं।’ जीपीएससी की वर्ग 1, वर्ग 2 और महानगर पालिकाओं के वर्ग 3 की प्राथमिक (प्रीलिमेनरी) परीक्षाओं का पाठ्यक्रम एक कर देने से अलग-अलग परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थी एक ही पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षा दे सकेंगे।
—————
(Udaipur Kiran) / बिनोद पाण्डेय