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उन्नत उद्यानिकी तकनीकी से मिनी इजरायल बनेगा बीकानेर का सहनीवाला 

उन्नत उद्यानिकी तकनीकी से मिनी इजरायल बनेगा बीकानेर का सहनीवाला

बीकानेर, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । जयपुर-अजमेर हाईवे पर बसा बसेड़ी गांव उन्नत उद्यानिकी तकनीकी से मिनी इजरायल के रूप में उभरा है। उद्यान विभाग द्वारा इसी तर्ज पर जिले के लूणकरणसर के ग्राम सहनीवाला को उन्नत उद्यानिकी तकनीकी से मिनी इजरायल माॅडल बनाने का प्रयास द्वारा किया जाएगा। बसेड़ी के किसानों ने उन्नत उद्यानिकी तकनीकी पाॅली हाउस, सोलर पम्प संयंत्र, फॉर्म पौण्ड, सूक्ष्म सिंचाई संयंत्र अपनाकर न्यूनतम लागत पर अच्छी पैदावार ली व किसानों की आमदनी बढ़ी व उनका जीवन का स्तर भी अच्छा हुआ है। यही कारण है कि देश के किसान बड़ी संख्या में इसकी ओर आकर्षित हुए व बसेड़ी कृषि पर्यटन स्थल के रूप में उभरा। उद्यान विभाग द्वारा ऐसे ही प्रयास से सहनीवाला को हार्टिकल्चर माॅडल क्लस्टर के रूप में विकसित ककिया जाएगा।

संयुक्त निदेशक (उद्यान) दयाशंकर ने बताया कि बीकानेर के ग्राम सहनीवाला ब्लॉक लूणकरणसर का हाई-टेक हार्टिकल्चर मॉडल क्लस्टर केे लिए चयन किया गया है। उद्यान आयुक्तालय के निर्देशानुसार उद्यान विभाग बीकानेर की अनुशंसा पर जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने हाई-टेक हार्टिकल्चर मॉडल क्लस्टर के रूप में विकास के लिए ब्लॉक लुणकरनसर के ग्राम सहनीवाला के चयन पर मोहर लगा दी है।

उप निदेशक उद्यान रेनू वर्मा की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा जिले में ग्रीन हाउस एवं शेडनेट हाउस की पत्रावलियों की संख्या व विगत 5 वर्षों में ग्रीन हाउस एवं शेडनेट हाउस सर्वाधिक आवेदित पत्रावलियों की संख्या तथा मिट्टी एवं पानी की गुणवत्ता, जो उद्यानिकी फसलों के लिए श्रेष्ठ है, आधार पर स्कोरिंग कर ब्लॉक लूणकरणसर के सहनीवाला का चयन किया है। ग्राम सहनीवाला में पूर्व में भी बड़ी संख्या में किसानों ने पाॅली हाउस व अन्य उद्यानिकी योजनाओं पर देय अनुदान का लाभ प्राप्त किया है।

कृषि अधिकारी (उद्यान) मुकेश गहलोत ने बताया कि सहनीवाला के 3 गांव सहनीवाला, चक फूलदेसर व चक फूलदेसर सिंघास से 30 कृषकों का चयन किया जाना है। इच्छुक कृषकों की संख्या 30 से अधिक होने पर कृषकों का चयन कमेटी द्वारा मौके पर लॉटरी/रेण्डोमाईजेशन प्रक्रिया द्वारा किया जाना है। चयनित प्रत्येक कृषक को उच्च तकनीकी उद्यानिकी के प्रमुख घटक ग्रीनहाउस/शेडनेट हाउस, लॉ-टनल, प्लास्टिक मल्च, एकल जल स्त्रोत / सामुदायिक जल स्त्रोत, सोलर पम्प व ड्रीप संयंत्र में से ग्रीनहाउस/शेडनेट हाउस के साथ न्यूनतम अन्य कोई चार घटक से लाभान्वित किया जाना है। चयनित कृषक द्वारा पूर्व में ही इन वर्णित गतिविधियों पर अनुदान प्राप्त करने की स्थिति में शेष गतिविधियों में अनुदान के लिये पात्र होगा। चयनित कृषक को ग्रीनहाउस/शेडनेट हाउस पर 2000 वर्गमीटर निर्धारित सीमा पर अनुदान देय है। चयनित कृषक को राज किसान साथी पोर्टल पर ऑन लाईन आवेदन किया जाना अनिवार्य है। हाई-टेक हार्टिकल्चर मॉडल क्लस्टर कार्यकम अंर्तगत राष्ट्रीय बागवानी मिशन के दिशा-निर्देशों के अनुसार लुनकरणसर क्लस्टर में 2 प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। इस योजना में महिला, लघु एवं सीमान्त कृषकों को प्राथमिकता दी जाएगी। इन उद्यानिकी घटकों के कियान्वयन में चालू वित्तीय वर्ष के विभागीय दिशा-निर्देश मान्य होंगे।

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(Udaipur Kiran) / राजीव

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