लखनऊ, 18 जनवरी (Udaipur Kiran) । राज्य में बिजली व्यवस्था सुधारने और बिजली उपयोग पर उपभोक्ताओं को अधिकार देने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से चल रहा है। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कुछ बिचौलियों के द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर कई तरह की भ्रांतियां उपभोक्ताओं के बीच फैलाई जा रही हैं, जिनमें एक यह है कि स्मार्ट मीटर लगाने के पैसे लगते हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उपभोक्ता किसी भी तरह के बहकावे में आए बिना पूरे विश्वास के साथ स्मार्ट मीटर लगवाएं। यह मीटर पूरी तरह से नि:शुल्क है। इसे लगाने के बदले में एक रुपये भी नहीं लगते हैं। यदि कोई भी व्यक्ति, चाहे मीटर इंस्टॉल करने वाले कर्मचारी ही क्यों न हों, आपसे एक रुपये की भी मांग करता है, तो आप तुरंत टोल फ्री नंबर 1912 पर फोन कर इसकी शिकायत करें।
विभाग की ओर से संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
40 प्रतिशत तक आर्मड केबल लगाए जा रहे नि:शुल्क
आपको बता दें कि प्रदेश भर में घर-घर स्मार्ट मीटर लगाने का काम चल रहा है। इसमें पुराने मीटर को बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जो कि पूरी तरह से नि:शुल्क है। यहां तक कि उपभोक्ताओं के यहां पोल से लेकर घर तक 40 प्रतिशत तक आर्मड केबल भी पूरी तरह से नि:शुल्क लगाए जा रहे हैं।
लेकिन कुछ बिचौलिये उपभोक्ताओं के बीच में गलत भ्रम फैला रहे हैं। यही वजह है कि बिजली विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के लिए एक रुपये भी खर्च करने की जरूरत नहीं है। विभाग की तरफ से यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर उपभोक्ता से कोई भी टेक्नीशियन आर्म्ड केबल, मीटर बदलने या कनेक्शन के नाम रुपये की मांग करता है तो तत्काल 1912 नंबर पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं। इसे लेकर विभाग बेहद गंभीर है औऱ ऐसे तत्वों चाहे वह विभागीय कर्मचारी ही क्यों न हों, उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय