लखनऊ, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । अधिवक्ता परिषद अवध उच्च न्यायालय इकाई लखनऊ द्वारा राष्ट्रीय युवा अधिवक्ता दिवस के उपलक्ष्य में “आज का सशक्त युवा अधिवक्ता भविष्य का बदलाव ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह महामना सभागार अवध बार उच्च न्यायालय लखनऊ में आयोजित हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह ने वकालत में युवाओं की विशेषताओं के बारे में बताते हुए स्वामी विवेकानंद के विचारों का उल्लेख किया। उन्होंने युवा अधिवक्ताओं को स्वामी विवेकानंद के मार्गदर्शन पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद के राष्ट्रीय मंत्री चरण सिंह त्यागी ने कहा कि युवा अधिवक्ता की भूमिका न्यायपालिका में महत्त्वपूर्ण है क्योंकि वही इसका भविष्य तय करते हैं । कार्यक्रम के दौरान 10 युवा अधिवक्ताओं को स्मृति चिह्न दे के सम्मानित किया गया ,यह सम्मान उन्हें भारतीय संविधान की विशेषता पर इस कार्यक्रम से पूर्व आमंत्रित लेख के विषय पर लिखे गए लेख के लिए दिया गया जिसमें स्वाति विसारिया, तनू भारती, प्रतीक श्रीवास्तव, अनुजा वाजपेई, शिशिर यादव, बद्री विशाल, ज्योति सोनी, अवनीश सिंह, इकबाल अहमद, स्वाती शुक्ला रहे। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता अमरेन्द्र नाथ त्रिपाठी द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम का समापन एवं धन्यवाद दिवाकर सिंह द्वारा किया गया ।
इस अवसर पर ओ.पी. श्रीवास्तव अधिवक्ता परिषद अवध प्रान्त अध्यक्ष, मीनाक्षी परिहार सिंह अधिवक्ता परिषद अवध प्रान्त महामंत्री, आर. डी. शाही, अध्यक्ष ओबीए, दिवाकर सिंह कौशिक, कुलदीप पति त्रिपाठी ए ए जी ,अजय पांडे, सीएससी, डाक्टर वी के सिंह शासकीय अधिवक्ता, उच्च न्यायालय, लखनऊ अमर नाथ मिश्र , संयोजक अधिवक्ता परिषद अवध प्रान्त,डा कृष्णा सिंह आदि उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र नाथ राय