जयपुर, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । जवाहर कला केन्द्र की सुदर्शन आर्ट गैलरी में शुक्रवार को तीन दिवसीय सोलो फोटोग्राफी प्रदर्शनी क्षितिज-द होराइजन शुरू हुई। राजस्थान के पुलिस महानिरिक्षिक (आईजीपी) और एंटी-टेररिज्म स्क्वाड (एटीएस) के प्रमुख आईपीएस हेमंत शर्मा ने कैमरे में कैद किए फोटोग्राफ प्रदर्शित किए हैं। तीन दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन पुलिस महानिदेशक (सेवानिवृत्त) उमेश मिश्रा, जीएसटी प्रधान आयुक्त चेतन जैन, आयकर विभाग महानिदेशक रेनू अमिताभ, मानवधिकार आयोग के सदस्य अशोक गुप्ता, वंडर होम फाइनेंस के प्रबंध निदेशक और सीईओ संजय राजावत ने किया। हेमंत शर्मा ने फोटोग्राफी एग्जीबिशन में तस्वीरों में कैद अपने जीवन काल के अनुभवों को प्रदर्शित किया है। शर्मा ने अपने फोटाग्राफ में प्रकृति के अकूत सौंदर्य, जनजीवन की अकुलाहट, शहरों की गहमागहमी, जीवन के आंतरिक सौंदर्य और वास्तुशिल्प की बारीकियों को तस्वीरों में बेहद खूबसूरती से दर्शाया है।
फोटोग्राफी मेरे लिए मेडिटेशन की तरह:
अपने फोटोग्राफी पैशन की शुरुआत के बारे में आईपीएस हेमंत शर्मा ने बताया कि फोटोग्राफी मेरे लिए एक व्यस्त जीवन में मेडिटेशन की तरह है। सिलीसेढ़ झील की खूबसूरती को कैमरे में कैद कर मेरा फोटोग्राफी की ओर रुझान बढ़ा। जिसके बाद यूएन असाइनमेंटस के दौरान विदेशी लैंडस्केप को करीब से देखा और फोटोग्राफी की ओर पैशन गहराया। इस दौरान फोटोग्राफी से जुडी किताबें, आर्टिकल्स और टेक्निकल जानकारी से भी रूबरू हुआ। 24 साल के फोटोग्राफी अनुभव के साथ, मैंने विभिन्न शैलियों का अन्वेषण किया है, जिसमें शांत सुंदरता से भरे परिदृश्य से लेकर खगोलीय फोटोग्राफी के रहस्यमय आश्चर्य शामिल हैं। प्रकाश के प्रति मेरे आकर्षण ने मुझे स्पीति वैली में खुले आसमान के बीच मिल्की वे को अपने कैमरे में कैद करने का मौका दिया।
शर्मा ने पिछले 25 वर्षोे से अपने फोटोग्राफी पैशन के जरिए इन बहुमूल्य क्षणों के लगभग 70 फोटोज में प्रस्तुत किया है। शर्मा ने दुनिया भर में भ्रमण के दौरान प्राकृतिक, सांस्कृतिक और खगोलीय घटनाओं को अपने कैमरे में कैद किया। संयुक्त राष्ट्र मिशनों के दौरान उन्हें यूरोप, अमेरिका, कनाडा, अफ्रीका और भारत के वाइल्ड, लैंडस्केप और वास्तुशिल्प को करीब से देखने का मौका मिला। उनकी तस्वीरों की श्रृंखला किसी अनोखी कलाकृतियों से कम नहीं है। हर एक तस्वीर बहुत कुछ कहती है। जैसलमेर का रेतीला मैदान, अमरीका और यूरोप के लैंडस्कैंप पर आधारित फोटोग्राफ्स दर्शकों को अपनी ओर खींचते हैं। प्रदर्शनी शनिवार-रविवार को खुली रहेगी।
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(Udaipur Kiran)