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अपडेट—गुरुग्राम: जन-धन योजना के नाम पर फर्जीवाड़े में दो आरोपी काबू

फोटो नंबर-01: गुरुग्राम में जन-धन योजना के नाम पर ठगी का आरोपी पुलिस गिरफ्त में।

-आरोपियों के पास से पांच बैंक खाता बुक, फर्जी रेंट एग्रीमेंट व बिजली बिल बरामद

गुरुग्राम, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । जन-धन योजना के नाम पर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने के दो आरोपियों को पुलिस ने काबू किया है। आरोपियों के पास से पांच बैंक खाता बुक, फर्जी रेंट एग्रीमेंट व बिजली के बिल बरामद किए गए हैं। पुलिस प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि और भी फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके।

पुलिस के अनुसार 14 जनवरी 2025 को एक व्यक्ति ने थाना साईबर अपराध पश्चिम गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत दी थी। उसने कहा था कि उसकी मुलाकात दो व्यक्तियों से हुई थी। जिन्होंने बताया कि वे लोग जन-धन योजना के तहत बैंक में खाता खोलते हैं। जिसमें प्रत्येक महीने 7000 हजार रुपये सरकार द्वारा दिए जाते हैं। इसके बाद उसने खुद का तथा अपनी पत्नी का बैंक खाता खुलवा लिया। बैंक खाता खुलवाने के बाद उन लोगों ने उससे एटीएम कार्ड तथा बैंक खाते में पंजीकृत मोबाईल नंबर ले लिया।

कई दिन तक एटीएम व मोबाइल नंबर नहीं मिला तो बैंक गए

उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालय में जाकर जन-धन योजना के तहत पंजीकृत करने के बाद उन्हें एटीएम कार्ड व मोबाईल नंबर वापस मिल जाएगा। जब कई दिनों तक उन्हें बैंक एटीएम कार्ड तथा मोबाईल नंबर वापस नहीं दिए तो उन्होंने बैंक में जाकर पता किया। वहां जाकर पता चला कि उनके बैंक खाता से काफी रुपयों का लेन-देन हुआ है। उन व्यक्तियों ने फर्जी तरीके से जन-धन बैंक खाता योजना के नाम पर खाता खुलवाकर इनके बैंक खातों में फ्रॉड ट्रांजेक्शन की है। इस शिकायत पर थाना साइबर पश्चिम गुरुग्राम में केस दर्ज किया गया। सहायक पुलिस आयुक्त साईबर अपराध प्रियांशु दिवान के नेतृत्व में निरीक्षक संदीप प्रबंधक थाना साईबर पश्चिम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए इस मामले में 15 जनवरी 2025 को दो आरोपियों को सेक्टर-10 गुरुग्राम से काबू किया। आरोपियों की पहचान साहुन निवासी गांव किरणकी जिला गुरुग्राम व अजहरुद्दीन उर्फ अजरू निवासी पुनहाना जिला नूंह के रूप में हुई।

फर्जी कागजों के आधार पर खुलवाते थे खाते

पुलिस प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस पूछताछ में आरोपियों से खुलासा हुआ है कि दोनों आरोपी लोगों को जन-धन योजना के तहत बैंक खाता खोलते थे। उनमें सरकार द्वारा रुपए डालने की कहकर बैंक खाता खुलवाते थे। बैंक खाता खुलवाने के लिए आरोपी फर्जी एग्रीमेंट व बिजली बिल तैयार करवाते थे। बैंक खाता खुलने के बाद बैंक खाता धारक से सरकारी कार्यलय में बैंक खाता पंजीकृत करने के नाम पर बैंक का एटीएम कार्ड व पंजीकृत मोबाईल नंबर ले लेते थे। उसके बाद उन बैंक खातों को 10 हजार रुपये में अपने एक अन्य साथी आरोपी को बेच देते थे। आगामी पूछताछ व बरामदगी के लिए आरोपी साहुन को अदालत से एक दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है।

(Udaipur Kiran)

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