यमुनानगर, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन रादौर की अनाज मंडी में किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे। शुक्रवार को इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा ने कार्यक्रम स्थल पर कृषि यंत्रों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
किसानों को सम्बोधित करते हुए मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि रासायनिक खादों व कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से भूमि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है तथा पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। प्राकृतिक खेती अपना कर हम भूमि की गुणवत्ता में सुधार ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक तौर पर उगाई गई फसलें ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक होती हैं तथा बाजार में उनकी कीमत भी अधिक मिलती है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेत में किसी भी खाद का प्रयोग नहीं किया जाता, बल्कि जीवामृत व घनजीवामृत के माध्यम से जीवाणुओं का कल्चर डाला जाता है। प्राकृतिक खेती में बाजार से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती। इस पद्धति में फसल में कीड़े व बीमारियों का प्रकोप भी बहुत कम होता है। उन्होंने किसानों को फसलों के अवशेष न जलाने बारे भी जागरूक किया। इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा किसानों व कृषि से जुड़ी विभिन्न योजनाओं व प्राकृतिक खेती के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई। विभागों द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं तथा उन योजनाओं को प्राप्त करने के लिए लगने वाले दस्तावेजों के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग