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सोनीपत, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
(मुरथल) में हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि
कुलपति प्रो. श्री प्रकाश सिंह ने कहा कि हमारा संविधान भारत की प्राचीन संस्कृति,
इतिहास और परंपराओं का दर्पण है। लोकतंत्र का आइना है। उन्होंने बताया कि संविधान की
मूल प्रति में 22 लघु चित्र शामिल हैं, जो हमारे इतिहास और परंपराओं का संदेश देते
हैं।
कुलपति ने कहा कि संविधान में अंकित अशोक स्तंभ के चक्र की
24 तीलियां राष्ट्र के विकास के लिए 24 घंटे कार्य करने का संदेश देती हैं। विद्यार्थियों
को संविधान के बारे में गहराई से जानकारी रखने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने बताया
कि मौलिक अधिकारों की बात के साथ भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण की तस्वीर अंकित
है, जो संस्कृति और जीवन मूल्यों को लोकतंत्र से जोड़ने का संकेत देती है।
उन्होंने संविधान की परिवर्तनशीलता को इसकी विशेषता बताते
हुए कहा कि यह भावी पीढ़ी को समयानुसार संशोधन की सुविधा प्रदान करता है। कार्यक्रम
में विशिष्ट अतिथि, रजिस्ट्रार डॉ. अजय कुमार गर्ग ने गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर
कर्तव्य-पालन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता
को राष्ट्र निर्माण का आधार बताया।
शुक्रवार को कार्यक्रम की प्रस्तावना एनसीसी निदेशक डॉ. प्रदीप
सिंह ने रखी, जबकि संचालन डॉ. ममता भगत ने किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता,
प्रोफेसर, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
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