श्रीनगर, 17 जनवरी (Udaipur Kiran) । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि एक मामले की जांच कर रहे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारी का तबादला भ्रष्ट और सबसे शक्तिशाली लोगों के बीच सांठगांठ को उजागर करता है और जम्मू-कश्मीर सरकार की न्याय और जवाबदेही के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल उठाता है।
सरकार ने भ्रष्टाचार निरोधक निकाय में फेरबदल के तहत सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) के रूप में नामित एसीबी एसएसपी अब्दुल वाहिद को गृह विभाग में वापस भेजने का आदेश दिया है। वाहिद श्रीनगर स्मार्ट सिटी परियोजना में भ्रष्टाचार की जांच कर रहे थे और हाल ही में उन्होंने अपने दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (डीए) के मामले दर्ज किए हैं।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से अब्दुल वाहिद और उनके सहयोगियों को हटाना भ्रष्टाचार को चुनौती देने वाले अधिकारियों के सामने आने वाले जोखिमों को उजागर करता है। मुफ्ती ने एक्स के माध्यम से कहा कि यह भ्रष्ट और सबसे शक्तिशाली लोगों के बीच सांठगांठ को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार जांच की आड़ में कश्मीरियों की संपत्तियों पर छापेमारी करने के लिए एसीबी सहित विभिन्न एजेंसियों का उपयोग करने के पीछे सरकार के वास्तविक इरादों को उजागर किया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह न्याय और जवाबदेही के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाता है।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह