कानपुर, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । देश में रामायण और गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों की तरह संविधान को पूजा जाता है क्योंकि भगवान के बाद धरती पर संविधान ही है। जिसमें लिखी सजाओं के आधार पर ही आरोपितों को सजा सुनाई जाती है। इसलिए संविधान पूजनीय है लेकिन बड़ी विडंबना है कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी उसे नीली जींन्स की दायीं जेब में रख कर घूम रहें हैं। कांग्रेस पार्टी ने साजिशन गरीबों को शिक्षा से कोसों दूर रखा है। कांग्रेस पार्टी ने आपातकाल के दौरान विपक्षी नेताओं को 27 महीने के लिए जेल में ठूस दिया था। यह बातें गुरुवार को कानपुर पहुंचे केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने कार्यक्रम के दौरान कही।
भाजपा और कांग्रेस के बीच लोकसभा सत्र के दौरान हुआ सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं राहुल गांधी द्वारा भाजपा सांसदों के साथ धक्का-मुक्की किये जाने बाद से ही बीजेपी संविधान बचाने के अभियान में जुट गई है। इसके अंतर्गत संविधान गौरव कार्यक्रम के जरिए समाज के निचले वर्ग को अपने साथ जोड़ रही है। इसी क्रम में भाजपा दक्षिण कार्यालय में आयोजित संविधान गौरव गोष्ठी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल पहुंचे। उनके साथ-साथ भाजपा कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय, दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह भी मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि ने संविधान की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि संविधान न केवल नागरिकों को उनके मौलिक अधिकार प्रदान करता है, बल्कि उनके कर्तव्यों की ओर भी ध्यान आकर्षित करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के संविधान का महत्व कई गुना बढ़ा है। पंडित नेहरू ने संविधान की मूल आत्मा पत्रकारिता को प्रतिबंधित कर संविधान का गला घोटने का काम किया। इंदिरा गांधी ने मंडल कमीशन की रिपोर्ट को लाल कार्पेट के नीचे दब कर रखा था। संविधान में आरक्षण को लागू करने के प्रस्ताव पर पंडित जवाहर लाल नेहरू ने अम्बेडकर से कहा था कि आरक्षण लागू करने से अकुशलता और निम्न स्तर की स्थिति पैदा होगी। उन्होंने क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, विधायक नीलिमा कटियार, राहुल बच्चा सोनकर की ओर इशारा करते हुए उपस्थित लोगों से प्रश्न किया की क्या इन लोगों का स्तर निम्न है? पंडित नेहरू आरक्षण विरोधी थे। उन्होंने सदैव आरक्षण का विरोध किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सांसद रमेश अवस्थी, विधायक महेश त्रिवेदी, नीलिमा कटियार, राहुल बच्चा सोनकर, स्वप्निल वरुण, बालचंद मिश्र, रघुनंदन भदोरिया, कौशल किशोर दीक्षित, रामदेव शुक्ल, विनोद शुक्ला, जयप्रकाश कुशवाहा, राम लखन रावत, गणेश शुक्ला, अवधेश सोनकर, नरेश कठेरिया, रामबाबू गिहार, अनीता त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / Rohit Kashyap