सुकमा,16 जनवरी (Udaipur Kiran) । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए बहुचर्चित 2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाला मामले में बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व आबकारी मंत्री व वर्तमान विधायक कवासी लखमा को ईडी ने सात दिनों की रिमांड में लिया है। इसके विरोध में सुकमा जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा गुरुवार काे सुकमा जिले में बंद का आह्वान किया गया था। वहीं सुकमा जिले में बंद व्यापक असर से देखने को मिला। सुबह से ही सभी व्यापारिक प्रतिष्ठा बंद थे। कांग्रेसी सड़क पर उतरकर सुबह से दुकानों को बंद करवाए। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए ईडी का पुतला दहन किया गया। इस दाैरान षड्यंत्र के तहत फसाने का आरोप केंद्र सरकार पर लगाया। वहीं इस गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेसियों ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिले में बिना टेंडर के हो रहे कामों को लेकर आवाज उठाने एवं आने वाले पंचायत चुनाव को देखते हुए विधायक कवासी लखमा षड्यंत्र के तहत गिरफ्तार किया गया है। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महासचिव दुर्गेश राय ने कहा कि ईडी के द्वारा विधायक कवासी लखमा को गिरफ्तार करने की विरोध में कांग्रेस पार्टी के द्वारा आज एक दिवसीय सुकमा जिला बंद कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों विधानसभा में विधायक कवासी लखमा के द्वारा मुलेर और परिया में बगैर निविदा के पुल निर्माण किए जाने मामले को लेकर सवाल उठाए थे। वर्तमान सरकार नहीं चाहती है कि उनके खिलाफ कोई आवाज़ उठाएं इसलिए यह कार्रवाई की गई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ विधायक ने आवाज उठाई विधायक कवासी लखमा को जेल भेज दिया। उन्होंने कहा कि छह के विधायक को बेवजह गिरफ्तार कर उन्हें प्रताड़ित करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ेगी। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष महेश्वरी बघेल ने कहा कि 6 बार के विधायक कवासी लखमा ने विधानसभा में आवाज हुई। सरकार हर उठने वाली आवाज को दबाने के लिए के लिए विधायक कवासी लखमा पर कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि ईडी के छापे की कारवाई में कोई भी दस्तावेज नहीं मिला है, और उन्हें बेवजह फर्जी तरीके से फसाया जा रहा हैं। कवासी लखमा जी के साथ कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ है, जल्दी वह हमारे बीच होंगे।
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(Udaipur Kiran) / मोहन ठाकुर