HimachalPradesh

गौवंश के कंकाल को लेकर फैलाई गई गलत भ्रांति, प्राकृतिक रूप से मरने के बाद जंगल में फैंके जाते हैं मृत पशु

धर्मशाला, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) ।

धर्मशाला के साथ लगते तपोवन के जंगल में दर्जनों गौवंश के कंकाल मिलने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद हड़कंप मच गया है। गौवंश के अवशेष मिलने के बाद वीडियो के माधयम से मामला उजागर हुआ, जिसमें गलत तथ्य समाज में फैलाने के प्रयास किए गए हैं। हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल करने पर पाया कि प्राकृतिक रूप से मृत्यु होने के बाद क्षेत्र के लोगों की ओर से जंगल में गौवशं को फैंका जाता है।

हालांकि शहर के बुद्धिजीवि लोगों का कहना है कि गौवंश को लेकर अनुचित भ्रांति फैलाने वाले शख्स के खिलाफ पुलिस विभाग की ओर से उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, जिससे समाज में गलत संदेश न जा सकें। हालांकि उन्होंने कहा कि प्राकृतिक मृत्यु होने के बाद उन्हें नियमों के तहत मिट्टी में दफनाना चाहिए। जबकि यहां पर खुले जंगलों में फैंका गया है, जोकि सही नहीं है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी ग्रामीण परिवेश में कई जंगली स्थानों व खाईयों में मृत गौवंश को फैंका जाता रहा है।

उधर, इस संबंध में पशुपालन विभाग कांगड़ा के उपनिदेशक डा. सीमा गुलेरिया ने बताया कि इस संबंध में कोई शिकायत व सूचना उनके पास नहीं आई है। बाघनी पंचायत के प्रधान सुरेश कुमार ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों की ओर से गौवंश को जंगल में रखा गया है।

इस संबंध में पुलिस विभाग कांगड़ा के एएसपी वीर बहादुर ने बताया कि धर्मशाला के समीप तपोवन के जंगल से गायों के कंकाल मिलने की सूचना मिली थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में पाया है कि प्राकृतिक रूप से मृत गौवंश को क्षेत्र के विभिन्न लोगों की ओर से उक्त जंगल में छोड़ा गया था।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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