कोलकाता, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । नियुक्ति घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की सुनवाई के दौरान गुरुवार को कोलकाता के न्याय भवन में पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी मानी जाने वाली अर्पिता मुखर्जी की मुलाकात हुई। दोनों के बीच कुछ समय तक बातचीत हुई, जिसके बाद पार्थ ने अर्पिता से कहा, आसी, तुम अच्छा रहना।
न्यायालय में गुरुवार को इस मामले में दूसरे दिन गवाही दर्ज की गई। इस दौरान पार्थ के करीबी माने जाने वाले एक व्यवसायी ने अपना बयान दर्ज कराया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार ईडी ने गवाहों की सूची अदालत में जमा की है। सूची में शामिल तीन अहम गवाहों में से दो ने गुरुवार को बंद कमरे में अपना बयान दिया।
ईडी ने इस मामले में कुल 54 आरोपितों की सूची चार्जशीट में पेश की है, जिसमें 28 व्यक्ति और 25 कंपनियां शामिल हैं। गुरुवार को पार्थ और अर्पिता समेत कुछ आरोपित व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हुए, जबकि बाकी ने वर्चुअल माध्यम से सुनवाई में भाग लिया।
सुप्रीम कोर्ट ने पार्थ चटर्जी को सशर्त जमानत दी है, जो एक फरवरी 2025 से प्रभावी होगी। अदालत ने निर्देश दिया है कि इससे पहले महत्वपूर्ण गवाहों के बयान दर्ज कर लिए जाएं।
पार्थ और अर्पिता को 22 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया गया था। अर्पिता के ठिकानों से लगभग 50 करोड़ रुपये बरामद हुए थे। 857 दिनों की जेल के बाद अर्पिता को पिछले नवंबर में जमानत मिल गई थी, जबकि पार्थ अभी भी जेल में हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर