धर्मशाला, 16 जनवरी (Udaipur Kiran) ।
हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर संघ के चुनाव में एक बार फिर से अनुभाग अधिकारी मुनीष कुमार को प्रधान पद की कमान सौंपी गई है। वीरवार को विश्वविद्यालय के तीनों परिसरों धर्मशाला, शाहपुर और देहरा में शिक्षकेतर कमर्चारी संघ के चुनाव संपन्न हुए। इसमें प्रधान, संयुक्त सचिव और कार्यकारिणी सदस्यों के लिए मतदान हुआ। वहीं उपप्रधान, महासचिव, कोषाध्यक्ष और सचिव (सोशल कल्चरल/आईटी) को निर्विरोध चुना गया।
शाहपुर परिसर से मुनीष कुमार अनुभाग अधिकारी और सोनम बौद्ध प्रयोगशाला सहायक के बीच प्रधान पद के लिए चुनाव हुआ। इसमें कर्मचारियों ने दूसरी बार मुनीष कुमार को भारी बहुमत से विजयी बनाया। संयुक्त सचिव के पद के लिए राजेश कुमार प्रयोगशाला सहायक और धौलाधार परिसर से वित्त विभाग से अमित कुमार (अवर श्रेणी लिपिक) के बीच मुकाबला हुआ। इसमें अमित कुमार को कर्मचारियों ने अपनी पसन्द बनाया।
वहीं उपप्रधान पद के लिए शाहपुर परिसर से विनोद कुमार, प्रयोगशाला सहायक, महासचिव के पद के लिए शाहपुर परिसर से नीरज शर्मा, कोषाध्यक्ष पद के लिए धौलाधार परिसर से वित्त विभाग में सहायक पद पर सेवारत पंकज कुमार और सोशल कल्चरल-आईटी सैल के पद पर शाहपुर परिसर से तकनीकी सहायक विपिन उपाध्यक्ष पद पर निर्विरोध चुने गए। इस चुनाव में विश्वविद्यालय के 62 कमर्चारियों और अधिकारियों ने भाग लिया। इसमें धौलाधार परिसर एक से गिरीश शर्मा सिस्टम एनालिस्ट, शाहपुर परिसर से संजय कुमार सिंह, सहायक निदेशक राजभाषा, देहरा परिसर से अधिशाषी अभियंता पुनीत कुमार शर्मा को पोलिंग अधिकारी नियुक्त किया गया था और इनकी देखरेख में चुनाव संपन्न हुए।
वहीं इस पूरी चुनावी प्रक्रिया को सपंन्न करने के लिए कमर्चारी संघ की आमसभा में तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया। जिसमें उप कुलसचिव हेम राज को अध्यक्ष जबकि सहायक कुलसचिव हिंद भूषण कुटलैहड़िया और जनसंर्पक अधिकारी डा. पूजा अवस्थी को चुनाव समिति का सदस्य मनोनीत किया गया।
वहीं गर्वनिंग बाडी में अभिषेक कुमार, आपूर्ति अवस्थी, अनुज शर्मा, भूपेंद्र कुमार, नरेंद्र कुमार, राहुल चौहान, राहुल कुमार, रमेश बिशनोई, स्मृति चौधरी, सुमित कुमार अग्निहोत्री, उर्मिला राठौड़, विक्की भारद्वाज, विनोद कुमार, मोहम्मद अशरफ, नीरज शर्मा तथा सरिता देवी चुने गए।
वहीं विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. सुमन शर्मा ने प्रधान और चुनी गई कार्यकारिणी को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर और शिक्षक विश्वविद्यालय की पहचान होते हैं। सभी मिलजुल कर विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं यही कामना है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया