दार्जिलिंग, 15 जनवरी (Udaipur Kiran) । दार्जिलिंग इस समय भीषण सर्दी से कांप रहा है। रात का न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस के बीच रह रहा है। अधिक ऊंचाई के कारण चिड़ियाघर में थोड़ी अधिक ठंड है। इसलिए हिमालयन जूलॉजिकल पार्क के निदेशक पद्मजा नायडू ने वहां जानवरों को गर्म रखने के लिए इलेक्ट्रिक हीटर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा रात में हवा को आश्रय में प्रवेश करने से रोकने और आश्रय को गर्म करने के लिए वहां अधिक लकड़ी बिछाई गई है। पद्मजा नायडू ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग चिड़ियाघर में रॉयल बंगाल टाइगर, रेड पांडा, सादा बाघ, गोल्डन फॉक्स, स्नो चीता से लेकर कई देशी-विदेशी जानवर हैं। सर्दियों में इंसानों की तरह जानवरों को भी परेशानी होती है। खासकर सर्दी के मौसम में दार्जिलिंग की भीषण ठंड से सभी पशु-पक्षी त्रस्त हो जाते हैं। इसके लिए चिड़ियाघर में इलेक्ट्रिक हीटर की व्यवस्था की गई है। प्रत्येक जानवर के रैन बसेरे को ठंडी हवा से बचाने के लिए लकड़ी के अस्तर में लपेटा जाता है। नीदरलैंड के रॉटरडैम चिड़ियाघर के दो लाल पांडा फिलहाल स्वस्थ हैं। दोनों को टोपकेदरा ब्रीडिंग सेंटर में क्वारंटाइन किया गया है। वर्तमान में इस प्रजनन केंद्र में 21 लाल पांडा हैं। इनमें से सात पुरुष और 12 महिलाएं हैं। बाकी दो शावकों का लिंग निर्धारण अभी बाकी है। पिछले साल यहां दो लाल पांडा शावकों का जन्म हुआ था।
(Udaipur Kiran) / सचिन कुमार