– जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में जिले में एनीमल बर्थ कंट्रोल नियमों को प्रभावी बनाने पर दिया विशेष जोर
ग्वालियर, 14 जनवरी (Udaipur Kiran) । जिले में एनीमल बर्थ कंट्रोल (डॉग) के नियमों को जिले में प्रभावी बनाएं। साथ ही नगर निगम द्वारा सम्पूर्ण ग्वालियर शहर के आवारा कुत्तों (स्ट्रीट डॉग) की नसबंदी का कार्य युद्ध स्तर पर कराया जाए। इसका असर जमीन पर दिखाई देना चाहिए। यह बात कलेक्टर रुचिका चौहान ने मंगलवार को जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में कही। उन्होंने नगर निगम एवं पशु चिकित्सा विभाग आपसी समन्वय बनाकर यह काम करे। साथ ही मॉनीटरिंग के लिये संयुक्त समिति गठित की जाए।
हर विकासखंड के 5– 5 ग्रामों में पशु चिकित्सा एवं पशु बांझ निवारण शिविर लगाए जाएं
कलेक्टर रुचिका चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला पशु कल्याण समिति की बैठक भी आयोजित हुई। बैठक में कलेक्टर ने उप संचालक पशुपालन को निर्देश दिए कि जिले के हर विकासखंड के 5– 5 ग्रामों में पशु चिकित्सा एवं पशु बांझ निवारण शिविर लगाए जाएं। उन्होंने उप संचालक पशुपालन एवं उनके अधीनस्थ 5 पशु चिकित्सालयों में सीसीटीव्ही कैमरे लगवाने के निर्देश भी दिए। साथ ही पशु चिकित्सा संस्थाओं की रंगाई-पुताई व शाइन बोर्ड लगवाने की हिदायत भी दी। उन्होंने पशु चिकित्सा संस्था हेमसिंह की परेड पर रेडक्रॉस की मदद से मेडीकल स्टोर शुरू कराने के लिये भी कहा।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक कुमार, उप संचालक पशुपालन डॉ. व्ही के शर्मा, नगर निगम के नोडल अधिकारी एबीसी सेंटर डॉ. अनुज शर्मा तथा जिले के सभी विकासखंडों के पशु चिकित्सा अधिकारी मौजूद थे।
एबीसी सेंटर पर ज्यादा से ज्यादा आवारा कुत्तों का करें वैक्सीनेशन
बैठक के बाद कलेक्टर रुचिका चौहान ने बिरलानगर रेलवे पुल के नीचे नगर निगम द्वारा संचालित एबीसी (एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर) का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने निर्देश दिए कि एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर की क्षमताओं का पूरा उपयोग करें। सेंटर में हर दिन शहर से ज्यादा से ज्यादा स्ट्रीट डॉग (आवारा कुत्ते) पकड़कर उनकी नसबंदी एवं रेबीज वैक्सीनेशन कराएं। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव भी उनके साथ थे। टेंडर प्रक्रिया क माध्यम नगर निगम द्वारा यह सेंटर सिद्धांत सोसायटी फॉर एनीमल केयर द्वारा संचालित कराया जा रहा है।
कलेक्टर ने इस अवसर पर निर्देश दिए कि एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर के सीसीटीव्ही कैमरों में प्रतिदिन आने वाले स्ट्रीट डॉग की रिकॉर्डिंग की जाए। साथ ही हर दिन जितने भी स्ट्रीट डॉग की नसबंदी, इलाज व रेबीज वैक्सीनेशन किया जाता है, उसका पूरा – पूरा हिसाब रखा जाए। सीसीटीव्ही कैमरे व रिकॉर्ड में मिलान न होने पर संस्था के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने इस दौरान संस्था के रिकॉर्ड व सीसीटीव्ही कैमरे के फुटेज भी देखे। साथ ही ऑपरेशन थियेटर, कुत्तों को रखने के स्थल व उपचार कक्ष सहित यहाँ की अन्य व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को यहां की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा सेंटर की सतत निगरानी रखकर इसकी क्षमताओं का उपयोग कराएं।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्त से एनीमल बर्थ कंट्रोल सेंटर के बाहर व भीतर साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर कराने के लिये कहा। साथ ही सेंटर के बाहर से निकल रही नाली को पाइप लाइन डालकर व्यवस्थित करने के निर्देश दिए।
नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुज शर्मा ने बताया कि एबीसी सेंटर में आवारा कुत्तों को पकड़कर नसबंदी की जाती है। साथ ही एंटी रेबीज की वैक्सीन लगाकर उन्हें चार से पाँच दिनों तक सेंटर में उत्तम क्वालिटी का भोजन देकर रखा जाता है। संस्था द्वारा जियो टैग फोटोग्राफी व वीडियो रिकॉर्डिंग की जाती है। एबीसी में अब तक लगभग चार हजार कुत्तों की नसबंदी के साथ-साथ एंटी रेबीज का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। साथ ही लगभग 400 बीमार व घायल कुत्तों का उपचार भी किया गया है।
(Udaipur Kiran) तोमर