झाबुआ, 13 जनवरी (Udaipur Kiran) । जिले के थान्दला स्थित श्री सरस्वती नंदन स्वामीजी की सन्निधि वैकुंठ धाम भजनाश्रम गुरुद्वारा में पिछले 8 दशक से परंपरागत रूप से आयोजित नाम संकीर्तन सप्ताह महोत्सव सोमवार को पादुका पूजन और मध्याह्न काल में आरती के साथ ही सम्पन्न हो गया। सत्यगुरुदेव श्री सरस्वती नंदन स्वामीजी महाराज के आविर्भाव दिवस पर मनाए जाने वाले इस महोत्सव में मध्यप्रदेश सहित राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र राज्यों से बड़ी संख्या में आए महाराजश्री के अनुयायी शामिल हुए। दोपहर में भंडारा भी आयोजित किया गया।
थांदला नगर के पश्चिम में पद्मावती नदी के तट पर स्थित वैकुंठ धाम भजनाश्रम गुरुद्वारा में श्री सरस्वती नंदन स्वामीजी महाराज के आविर्भाव दिवस पौष शुक्ल पूर्णिमा पर पिछले करीब 8 दशक से परंपरागत रूप से आयोजित नाम संकीर्तन (जय जय सरस्वती नंदन स्वामी गुरुदेव) सप्ताह महोत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है। उक्त नाम संकीर्तन सप्ताह आज पौष शुक्ल पूर्णिमा सोमवार प्रातः काल 6 बजे महाआरती के साथ ही पूर्णता को प्राप्त हो गया।
गुरुदेव के आविर्भाव दिवस पर आयोजित सात दिवसीय इस महोत्सव में शामिल होंने के लिए मध्यप्रदेश सहित राजस्थान, गुजरात एवं महाराष्ट्र राज्यों से बड़ी संख्या में महाराजश्री के अनुयायी थांदला नगर स्थित वैकुंठ धाम भजनाश्रम गुरुद्वारा में आए थे। गुरुदेव के आविर्भाव दिवस पर उनकी साधना स्थली वैकुंठ धाम गुरुद्वारा को जहां आकर्षक रूप से सजाया गया था, वहीं उनके अनुयायियों ने हर्षोल्लास पूर्वक आतिशबाजी भी की। प्रातः काल ब्रह्म वैला में आरती के बाद पादुका पूजन शुरू हो गई, जो कि मध्याह्न काल तक जारी रही, और जैसे ही दोपहर बारह बजे का समय हुआ, मध्याह्न आरती शुरू कर दी गई, तत्पश्चात श्री सरस्वती नंदन स्वामी भजनाश्रम धार्मिक न्यास द्वारा विशाल भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें बाहर से आए अतिथि भक्तों सहित स्थानीय निवासियों ने भाग लेकर महाप्रसादी ग्रहण की।
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(Udaipur Kiran) / उमेश चंद्र शर्मा