गुवाहाटी, 12 जनवरी (Udaipur Kiran) । असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने आज यहां खानापाड़ा में आयोजित पशुधन एवं कुक्कुट एक्सपो-2025 में भाग लिया। पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित इस एक्सपो में राज्य भर से किसानों और युवा उद्यमियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल आचार्य ने कहा कि इस प्रकार के एक्सपो किसानों और उद्यमियों को अपनी उपज प्रदर्शित करने और बेचने तथा आत्मनिर्भर बनने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा, यह एक्सपो वास्तव में सार्थक होगा, जो भोगली बिहू के उत्सव के साथ-साथ आयोजित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दूध उत्पादन में भारत के नेतृत्व पर प्रकाश डालते हुए राज्यपाल ने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत में दूध उत्पादन में 57.62 फीसदी की वृद्धि हुई है, जिसकी वार्षिक वृद्धि दर 6 फीसदी है, जबकि वैश्विक औसत 2 फीसदी है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय राष्ट्रीय गोकुल मिशन को दिया, जिसने दूध उत्पादन में भारत की वैश्विक अग्रणी स्थिति को मजबूत किया है। राज्यपाल ने आत्मनिर्भर असम को साकार करने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की भी सराहना की, जहां किसान महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि सहायक नीतियों और नवीन पहलों के लिए वित्तीय सहायता के माध्यम से किसानों को सशक्त बनाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। राज्यपाल आचार्य ने असम डेयरी विकास योजना के लक्ष्यों पर प्रकाश डाला, जिसका लक्ष्य प्रतिदिन एक मिलियन लीटर दूध का उत्पादन करना है। उन्होंने कहा, सरकार के समर्पित प्रयासों से हमें उम्मीद है कि असम जल्द ही दूध उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा।
उन्होंने इस अवसर पर कृषक समुदाय से सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ उठाने, सतत विकास सुनिश्चित करने और विकसित भारत में असम के प्रयासों में योगदान देने का आग्रह किया। राज्यपाल ने उम्मीद जताई कि पशुधन और कुक्कुट एक्सपो-2025 राज्य के युवाओं को इस क्षेत्र में अवसरों को अपनाने के लिए प्रेरित करेगा, जो आत्मनिर्भर असम के दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
इस कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य अभियांत्रण मंत्री जयंत मल्लबरुवा, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा मंत्री कृष्णेन्दु पॉल, असम पशुधन एवं कुक्कुट पालन विभाग के अध्यक्ष मनोज सैकिया, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग के प्रधान सचिव मनीष ठाकुर, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा विभाग के निदेशक अनिल चौधरी देउरी और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश