जबलपुर, 12 जनवरी (Udaipur Kiran) । जैसे जैसे टेक्नोलॉजी बढ़ रही है तो उसका दुरुपयोग भी बढ़ रहा है। खासकर अपराधियों ने इसको हथियार बना अब जनता को ठगने का ट्रेंड अपना लिया है। साइबर अपराध अब आम जनता के साथ-साथ पुलिस के लिए भी बड़ी परेशानी बने हुए हैं। इसी के चलते जबलपुर में बढ़ते साइबर अपराधों से आम नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस ने एक अभिनव पहल की है। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने रविवार को साइबर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जो शहर के विभिन्न हिस्सों में घूमकर लोगों को साइबर ठगी से बचने के तरीके बताएगा।
रथ पर लगे पोस्टर्स में ‘डिजिटल अरेस्ट धोखा है’ जैसे प्रभावी स्लोगन लिखे गए हैं। यह विशेष रथ स्पीकर के माध्यम से साइबर सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रसारित करेगा। पुलिस का उद्देश्य लोगों को साइबर अपराधियों के ठगी के तरीकों से अवगत कराना और उनसे बचने के उपाय बताना है।
पुलिस अधीक्षक सम्पत उपाध्याय के अनुसार सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के इरादों को समझना जरूरी है, क्योंकि यह साइबर अपराध और साइबर आतंकवाद की श्रेणी में आता है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि किसी भी बैंक द्वारा कभी भी एटीएम नंबर और पासवर्ड जैसे संवेदनशील जानकारी फोन या ईमेल से नहीं मांगी जाती है, और ऐसी जानकारी देने से बचना चाहिए। इसके अतिरिक्त, पुलिस द्वारा स्कूल, कॉलेज और सार्वजनिक स्थानों पर भी साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे और पोस्टर लगाए जाएंगे, ताकि लोग इन अपराधों के प्रति सचेत रहें।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक