– जनजातीय परंपरा और कार्बी गुरु-कुल पद्धति के संरक्षण का बशिष्ठ बुजरबरुवा का आह्वान
कार्बी आंगलोंग (असम), 10 जनवरी (Udaipur Kiran) ।पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के उमरांग्सू क्षेत्र में शिशु शिक्षा समिति ने चार नए विद्या निकेतन स्थापित किए हैं। इनका उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के असम क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक बशिष्ठ बुजरबरुवा की उपस्थिति में हुआ।
उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में बशिष्ठ बुजरबरुवा ने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए समाज के विकास में इसकी भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने जनजातीय परंपरा और कार्बी गुरु-कुल पद्धति के संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की बात कही। बुजरबरुवा ने कहा कि जनजातीय भाषाओं को लुप्त होने नहीं दिया जा सकता, क्योंकि ये भाषाएं समुदाय की पहचान और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
उन्होंने सुझाव दिया कि इन भाषाओं को शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल करने और इनके प्रचार-प्रसार के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है। बुजरबरुवा ने आधुनिक शिक्षा और पारंपरिक ज्ञान पद्धति के समन्वय पर जोर दिया, जिसे समाज के समग्र विकास और जनजातीय समुदायों के सशक्तिकरण के लिए आवश्यक बताया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश