मुंबई, 10 जनवरी (Udaipur Kiran) । महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मुंबई में कहा कि सनातन धर्म सिर्फ एक धर्म नहीं है, यह जीवन जीने का एक तरीका है। सनातन धर्म हर धर्म को स्वीकार करता है और उसका सम्मान करता है। सहिष्णुता और समावेशिता सनातन धर्म की ताकत हैं। इसलिए मानवता की रक्षा के लिए सनातन धर्म की रक्षा करना आवश्यक है।
राज्यपाल राधाकृष्णन मुम्बई के गोरेगांव स्थित महारानी अहिल्यादेवी होल्कर मैदान में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन की ओर से आयोजित चार दिवसीय हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि भारत के लोग स्वभाव से धर्मनिरपेक्ष हैं। दयालुता यहाँ की संस्कृति का हिस्सा है। इसीलिए कोरोना महामारी के दौरान भारत ने न सिर्फ अपने लिए कोविड वैक्सीन का उपयोग किया, बल्कि दुनिया के गरीब देशों को भी इसे नि:शुल्क उपलब्ध कराया। इसलिए, मानवता की सेवा के लिए भारत को मजबूत बनने की जरूरत है।
कार्यक्रम में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय समन्वयक गुणवंत सिंह कोठारी, शारदा रामप्रकाश बुबना, सीए केसी जैन, गिरीश भाई शाह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) यादव