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खगोलीय घटनाः शुक्र का सूर्य से अधिकतम कोणीय सेपरेशन शुक्रवार को

शुक्र के सूर्य से अधिकतम कोणीय सेपरेशन की घटना की जानकारी देते हुए विज्ञान प्रसारक सारिका

भोपाल, 9 जनवरी (Udaipur Kiran) । खगोल विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए अगले दो सप्ताह खास होने जा रहे हैं। दरअसल, सूर्य की परिक्रमा करता शुक्र (वीनस) आगामी दो सप्‍ताह तक आकाश में अपनी खास पहचान दिखाने जा रहा है। शुक्रवार. 10 जनवरी को शुक्र का सूर्य से कोणीय सेपरेशन सबसे अधिक होगा। इसे ग्रेटेस्‍ट इलोंगेशन ईस्‍ट कहा जाता है। इस समय स्‍काईवाचर्स के लिए इसे देखने को सबसे अच्‍छा मौका होगा। इस समय वीनस का क्षितिज से कोण 43 डिग्री होगा।

नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने गुरुवार को इस खगोलीय घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुक्रवार से आगामी दो सप्‍ताह तक वीनस का पृथ्‍वी के क्षितिज से बनने वाला कोण बढ़ता जाएगा और यह 23 जनवरी को सबसे अधिक होगा। इस समय यह कोण बढ़कर 44 डिग्री हो जाएगा। इसे हाईएस्‍ट एल्‍टीटयूड इन दी इवनिंग स्‍काई कहा जाता है। इस घटना के समय शुक्र अपनी अधिकतम चमक के साथ आकाश में सबसे अधिक ऊंचाई पर देखा जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि शुक्र कभी भी आकाश में अपनी उंचाई बढ़ाते हुए सिर के ठीक ऊपर मध्‍यरात्रि में नहीं आता है। वह आसमान में एक निश्चित ऊंचाई तक पहुंचकर वापस नीचे क्षितिज की तरफ लौटता दिखता है। इसका कारण यह है कि यह पृथ्‍वी की कक्षा के अंदर है, इसलिए सूर्यास्‍त के बाद लगभग चार घंटे तक ही दिखकर वह डूब जाता है। उन्होंने बताया कि सूर्य और चंद्रमा के बाद तीसरे सबसे चमकीले खगोलीय पिंड वीनस को शाम के पश्चिम आकाश में अपनी ऊंचाई और चमक को प्राप्‍त करते हुए देखने का अच्छा अवसर है।———–

(Udaipur Kiran) तोमर

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