West Bengal

दुलाल सरकार हत्याकांड – तृणमूल ने मालदा नगर अध्यक्ष नरेंद्रनाथ तिवारी को पार्टी से निकाला 

कोलकाता, 9 जनवरी (Udaipur Kiran) ।तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मालदा नगर अध्यक्ष नरेंद्रनाथ तिवारी को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन पर टीएमसी नेता और इंग्लिशबाजार नगर पालिका के पार्षद दुलाल सरकार की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है। यह निर्णय टीएमसी के राज्य नेतृत्व के निर्देश पर लिया गया। मालदा जिला टीएमसी अध्यक्ष अब्दुल रहीम बक्सी ने गुरुवार अपराह्न एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी घोषणा की। इस दौरान इंग्लिशबाजार नगर पालिका के अध्यक्ष कृष्णेंदु नारायण चौधरी भी मौजूद थे।

टीएमसी के राज्य उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजूमदार ने कहा कि राज्य नेतृत्व ने मालदा जिला इकाई को नरेंद्रनाथ तिवारी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इसके तहत उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।

नरेंद्रनाथ तिवारी वर्तमान में पुलिस हिरासत में हैं। पुलिस के अनुसार, इस हत्याकांड के पीछे मुख्य साजिशकर्ता नरेंद्रनाथ तिवारी और उनके करीबी सहयोगी स्वप्न शर्मा हैं। पुलिस का दावा है कि दुलाल सरकार की हत्या के लिए 50 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी।

पुलिस ने अब तक इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (दक्षिण बंगाल) सुप्रतीम सरकार ने बताया कि पांच आरोपितों से पूछताछ के बाद नरेंद्रनाथ तिवारी को थाने बुलाया गया था। मंगलवार रातभर उनसे और स्वप्न शर्मा से पूछताछ की गई और बुधवार सुबह दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। अदालत में पेशी के बाद दोनों को तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

पुलिस ने बताया कि स्वप्न शर्मा इलाके का कुख्यात अपराधी है और उसके खिलाफ हत्या, बमबाजी और हिंसा के कई मामले दर्ज हैं। जांच में यह भी सामने आया कि हत्या के लिए दिए गए 50 लाख रुपये चार शूटरों को सौंपे गए थे। इनमें से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य अब भी फरार हैं।

उल्लेखनीय है कि दो जनवरी की सुबह इंग्लिशबाजार इलाके में झलझलिया के पास स्थित अपने प्लाईवुड कारखाने के सामने दुलाल सरकार की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीन बदमाश बाइक पर आए और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गंभीर रूप से घायल दुलाल सरकार को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। मुख्यमंत्री ने उन्हें अपना पुराना सहयोगी बताया था और पुलिस की लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई थी।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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