जयपुर, 8 जनवरी (Udaipur Kiran) । आराध्य देव भगवान देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी से महाकुंभ प्रयागराज तक रथ यात्रा जाएगी। यह रथ यात्रा दस जनवरी को रवाना होगी और अगले दिन ग्यारह जनवरी को महाकुंभ प्रयागराज पहुंचेगी।
मालासेरी डूंगरी आसींद देवनारायण मंदिर के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल ने बताया कि विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक महाकुंभ मेला प्रयागराज में होने जा रहा है। महाकुंभ मेले में भगवान देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी के नाम पर अखाड़े के लिए भूमि का आवंटन हुआ है और भगवान देवनारायण के हजारों देव भक्त सैकड़ो पुजारीयों के साथ भगवान देवनारायण का रथ प्रयागराज के लिए दस जनवरी को मालासेरी डूंगरी से भगवान देवनारायण की महाआरती-अनुष्ठान के बाद गाजे बाजे के साथ रवाना होगा।
रथ यात्रा मालासेरी डूंगरी (भीलवाडा) से रवाना होकर रुपाहेली भट्टा चौराहा पहुंचेग। वहां से अरवड़, शाहपुरा रोड, जहाजपुर, शकरगढ़ बसोली, जयपुर, बूंदी बाईपास कोटा शहर से होते हुए किशनगढ़ वास सीताबाड़ी में रात्रि विश्राम होगा। सभी जगह भक्तजनों की ओर से भगवान देवनारायण की बाल स्वरूप मूर्ति का पुष्प अर्पित कर दर्शन कर आशीर्वाद लेगे। दूसरे दिन 11 जनवरी को सीताबाड़ी से वापस सुबह 9.15 बजे रवाना होकर मध्यप्रदेश के शिवपुरी, करेरा ,उत्तर प्रदेश के झांसी,उरई,आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे से बांदा,चित्रकूट से होकर प्रयागराज महाकुंभ स्थल भगवान देवनारायण जन्मभूमि मालासेरी डूंगरी के लिए अखाड़े के लिए मिली भूमि प्रयागराज कुंभ में सेक्टर 7 बजरंगदास मार्ग पर पहुंचेगी। जहां भगवान देवनारायण की बाल स्वरूप मूर्ति महाकुंभ दरबार में विराजित होंगे। नित्य,हवन,आरती सेवा,अखंड कीर्तन के साथ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक भगवान देवनारायण विराजित होंगे। मालासेरी डूंगरी से जाने वाले रथ यात्रा में मालासेरी डूंगरी के मुख्य पुजारी हेमराज पोसवाल सहित पूरे प्रदेश भर से देवनारायण मंदिर के पुजारी एवं हजारों देव भक्त 14 जनवरी मकर संक्रांति को होने वाले अमृत स्नान सहित सभी प्रमुख स्नान में भाग लेंगे। इस यात्रा मे सभी देव भक्तजनों को आमंत्रित किया गया है।
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(Udaipur Kiran)