उज्जैन, 8 जनवरी (Udaipur Kiran) । उज्जैन में अब तपोभूमि और महाकाल महालोक थाना,ऐसे दो थाना और खोले जाएंगे। ऐसा होने से महाकाल थाना पर दबाव कम होगा वहीं इंदौर मार्ग पर तेजी से बढ़ती कालोनियों एवं होटल्स/मांगलिक परिसरों/शैक्षणिक संस्थानों की कानून व्यवस्था का दबाव नानाखेड़ा थाना पर कम होगा। इस मार्ग पर सड़क दुर्घटनाएं भी बहुत अधिक हो रही है। सिक्स लेन बनने के बाद पुलिस का काम ओर बढ़ जाएगा।
यह निर्णय मंगलवार को भोपाल में प्रदेश के मंत्री-मण्डलीय समिति की बैठक में लिया गया। शहर में इससे पूर्व शिवराजसिंह सरकार द्वारा चार नए थाने खोले गए थे,जिनमें पंवासा,चिंतामण,नागझिरी,नानाखेड़ा शामिल हैं। पंवासा थाना खुलने से चिमनगंज मण्डी थाना का कामकाज हल्का हुआ था वहीं चिंतामण थाना खुलने से महाकाल/नीलगंगा थाने का बोझ कम हुआ। इधर नानाखेड़ा थाना खुलने से माधवनगर थाने का कामकाज कम हुआ क्योंकि यह शुरूआत से ही वीआयपी ड्यूटी वाला थाना कहलाता है। अभी तक जिले में कुल 32 थाने थे, अब 34 हो जाएंगे।
इस संबंध में एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि यह प्रस्ताव लंबित थे,जो अब स्वीकृत हो जाने से कानून व्यवस्था और अधिक पुख्ता होगी। दोनों थानों के लिए कुल 150 पद स्वीकृत किए गए हैं,जिसमें सभी केडर शामिल हैं। दो थाना प्रभारी, 16 उप निरीक्षक, 20 सहायक उप निरीक्षक,28 प्रधान आरक्षक एवं 84 आरक्षक। इनमें 6 वाहन चालक शामिल हैं।
महाकाल महालोक थाने का मुख्य कामकाज मंदिर में दर्शन व्यवस्था,रोजाना आनेवाले करीब एक लाख श्रद्धालुओं के लिए कानून व्यवस्था एवं यातायात व्यवस्था संभालना,क्षेत्र की होटल्स से लेकर होनेवाली आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखना ही मुख्य रहेगा। हालांकि इस थाने का काम रोजाना की कानून व्यवस्था बनाने के लिए पसीने निकालने जैसा रहेगा। तपोभूमि थाने पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने,यातायात व्यवस्था और होटल्स में होनेवाली गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रहेगा ही,समीपस्थ गांव भी इससे जुड़ेंगे,जहां नई टाउनशिप आ रही है।
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल