जम्मू, 08 जनवरी (Udaipur Kiran) । देश में मानव मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामलों का पता चलने से उत्पन्न चिंताओं का जवाब में जम्मू और कश्मीर स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी के किसी भी संभावित प्रकोप से निपटने के लिए जम्मू में एक विशेष आईसीयू वार्ड स्थापित किया है।
गांधीनगर सरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ हामिद जरगर ने संवादाताओं को बताया कि हमने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एक विशेष आईसीयू वार्ड तैयार किया है। भगवान न करे कि कोई महामारी फैल जाए, हम तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय रूप से गर्म वार्ड में वेंटिलेटर और सातों दिनों के चौबिस घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति वाले आठ बेड हैं। डॉक्टरों ने जनता को आश्वस्त किया है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि एचएमपीवी कोई नया रोगज़नक़ नहीं है और यह व्यापक प्रकोप का कारण नहीं बन रहा है। जरगर ने कहा कि यह एक हल्का ऊपरी श्वसन रोग है। अब तक (देश में) छह मामले सामने आए हैं लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि तैयारी बढ़ाने के लिए प्रशासन ने स्थिति की समीक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए बैठकें बुलाई हैं कि पर्याप्त सुविधाएँ मौजूद हैं। जरगर ने कहा कि 22,000 एलपीएम की क्षमता वाला हमारा ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि विशेष वार्ड के अलावा हमारे अस्पताल में 100 ऑक्सीजन-समर्थित बिस्तर हैं, साथ ही पर्याप्त सांद्रक और विभिन्न प्रकार के सिलेंडर भी हैं।
यह वायरस पहली बार 2001 में पहचाना गया लेकिन 1970 के दशक से प्रसारित होने के लिए जाना जाता है, मानव मेटान्यूमोवायरस एक सामान्य श्वसन वायरस है जो हल्के सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बच्चों और वृद्धों पर इसके संभावित प्रभाव को उजागर किया है।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता