उधमपुर 07 जनवरी (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुलिस अकादमी उधमपुर में प्रोबेशनर पुलिस उपाधीक्षकों की पासिंग आउट परेड में भाग लिया।
उपराज्यपाल ने सभी 61 पास आउट पुलिस अधिकारियों को बधाई दी और उनसे ईमानदारी, समर्पण और उच्च व्यावसायिकता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करने को कहा।
उन्होंने कहा आज से राष्ट्र आपको आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने, आतंकवाद का मुकाबला करने, कानून का शासन सुनिश्चित करने और लोगों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप रहा है। मैं आपको हर मिशन में जीत की कामना करता हूं।“ उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहादुर जवानों और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम कर रही जम्मू-कश्मीर पुलिस देश की आंतरिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है जिससे राष्ट्र की अखंडता और केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है।
उपराज्यपाल ने कहा आतंकवाद मुक्त और भय मुक्त जम्मू कश्मीर हमारा संकल्प है। परिचालन स्तर पर, हमने पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय में सुधार किया है और आतंकवादियों और अलगाववादियों के पूरे पारिस्थितिकी तंत्र को खत्म करने के लिए ’संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण’ अपनाया है।
नई उभरती सुरक्षा चुनौतियों पर बोलते हुए उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को गलत सूचनाओं का मुकाबला करने और सीमा पार साइबर खतरों से निपटने में अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अभिनव उपकरणों का उपयोग करने का जिम्मा सौंपा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल जैसी आधुनिक तकनीक ने सुरक्षा परिदृश्य को बदल दिया है। गलत सूचना की चुनौतियां प्रमुख चिंता का विषय बनी हुई हैं।
उपराज्यपाल ने कहा नार्को-आतंकवाद, सोशल मीडिया का हथियारीकरण, गलत सूचना अभियान भी आंतरिक सुरक्षा और समाज में सद्भाव के लिए बड़े खतरे के रूप में उभरे हैं।
मैं युवा पुलिस अधिकारियों से नए विचारों, नए उपकरणों के साथ काम करने और नार्को-आतंकवाद, मादक पदार्थों की तस्करी, साइबर अपराध और कट्टरपंथ के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने का आह्वान करता हूं। उपराज्यपाल ने इस बात पर जोर दिया कि उपलब्धियों में अभियोजन का एक और स्तंभ जोड़ा जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हर अपराध की जांच उसके तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा जांच और सफल अभियोजन प्रभावी पुलिसिंग के महत्वपूर्ण हथियार हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस की जिम्मेदारी सिर्फ आतंकवादियों को बेअसर करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि विभाजनकारी तत्वों और आतंकवाद और अलगाववाद को सहायता और बढ़ावा देने वालों को भी खत्म करना है।
उपराज्यपाल ने नागरिक कार्रवाई कार्यक्रमों के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की भी सराहना की। उधमपुर पुलिस अकादमी के निदेशक गरीब दास ने प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के दौरान आयोजित कार्यक्रम और विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर डीजीपी नलिन प्रभात, प्रमुख सचिव गृह चंद्राकर भारती, पुलिस, सुरक्षा बलों और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और पास आउट होने वाले डीएसपी के परिवार के सदस्य, जिला विकास परिषद, उधमपुर के अध्यक्ष लाल चंद, बलवंत सिंह मनकोटिया और सुनील भारद्वाज, विधानसभा सदस्य और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक भी मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / मोनिका रानी