पाठ्य पुस्तकों की डिमांड पर निदेशालय ने स्कूल संचालकाें की कार्यशैली पर जताई नाराजगी
चंडीगढ़, 7 जनवरी (Udaipur Kiran) । नया शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही स्कूलों में समय से पाठ्य पुस्तकें न पहुंचने पर हर वर्ष शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी होती है।इसलिए लिहाजा, शिक्षा विभाग ने नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 के आगामी शैक्षणिक सत्र में स्कूलों से पाठ्य पुस्तकों की डिमांड मांगी है, लेकिन विद्यालयों ने अनिवार्य बिषयाें की बजाए वैकल्पिक विषय की डिमांड दोगुणा से अधिक भेजी है।
नया सत्र शुरू होने के चार महीने पहले ही विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी और मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर डिमांड भेजने के निर्देश जारी किए थे। मगर स्कूलों की ओर से एमआईएस पोर्टल पर टेक्स बुक डिमांड माड्यूल में त्रुटियां सामने आई हैं। इस पर मौलिक शिक्षा निदेशक ने स्कूलों की लापरवाही पर नाराजगी जताई। सभी जिलाें के लिए निर्देश जारी किए हैं कि डीईईओ सत्यापित डिमांड ही भेजें। विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कक्षा पहली से आठवीं के विद्यार्थियों को दी जाने वाली पाठ्यपुस्तकों की डिमांड सत्यापित करके भिजवाई जाए। इसको लेकर 3 दिसंबर 2024, 5 दिसंबर और 9 दिसंबर को आगामी शैक्षणिक सत्र की पाठ्यपुस्तकों की डिमांड भेजने के निर्देश दिए थे।
मगर एमआईएस पोर्टल पर टेक्स बुक डिमांड माड्यूल में त्रुटियां सामने आई हैं। कक्षा छठी से आठवीं के वैकल्पिक विषय की सीट जो विद्यालयों द्वारा भेजी गई है, उसमें त्रुटियां मिली हैं। विद्यालयों की लापरवाही पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने संज्ञान लेते हुए डीईईओ को हिदायत दी गई है कि कक्षा पहली से आठवीं की रिवाइज डिमांड भेजी जाए। विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से हिदायत जारी की गई है कि कक्षा पहली से पांचवीं तक के सभी विषयों की डिमांड डीईईओ द्वारा सत्यापित ही मान्य होगी। वहीं कक्षा छठी से आठवीं तक के अनिवार्य विषयों की डिमांड भी डीईईओ द्वारा सत्यापित की जानी चाहिए।
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(Udaipur Kiran) शर्मा