धर्मशाला, 7 जनवरी (Udaipur Kiran) । कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन मंत्री, प्रोफेसर चन्द्र कुमार चौधरी ने मंगलवार को पालमपुर में आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) प्रयोगशाला का शुभारंभ किया। पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे। चंद्र कुमार ने कहा कि एक करोड 91 लाख रुपये की लागत से यह प्रदेश में पहली प्रयोगशाला होगी। इसमें आईवीएफ तकनीक से पशुओं की प्रजनन क्षमता के साथ उन्नत नस्ल किस्म के दुधारू पशु विकसित होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों, बागवानों और पशुपालकों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को मजबूत करने के लिए पशुपालन विभाग बहुत गंभीरता से कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पालमपुर क्षेत्र की जलवायु अनुसंधान के लिये सबसे उत्तम है सरकार का प्रयास कि यहां स्थापित आईवीएफ तकनीक प्रयोगशाला के प्रदेश मॉडल का अनुसरण पूरा देश करे।
चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश में पशु जनगणना का कार्य अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में लावारिस पशुओं की संख्या काफी पता लग सकेगा। उन्होंने कहा कि सड़कों से बेसहारा पशुओं को हटाने के लिए सरकार गंभीरता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गौशालाओं को पशुओं के भरण पोषण के लिए 700 रुपये प्रति पशु के हिसाब से लगभग 70 करोड रुपए आवंटित किये गए हैं। लेकिन इसके को सार्थक नतीजे देखने में नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार अब सीधे पशुपालकों को ही 700 रुपये प्रति पशु उपलब्ध करवा के पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस राशि को 700 से बढ़ाकर, साढ़े 1200 रुपये किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया