मुरादाबाद, 06 जनवरी (Udaipur Kiran) । संभल तहसील के गांव सौंधन में स्थित मुगलकाल के किले की जर्जर स्थिति को सुधार व इसके सौंदर्यीकरण के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को पत्र लिखा जाएगा। दो दिन पहले जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने किले की स्थिति का जायजा लिया तो तमाम गंदगी और अतिक्रमण दिखाई दिया था। उन्होंने मौके से ही एएसआई के एक अधिकारी को वीडियो कॉल कर स्थिति से भी रूबरू कराया था।
जिलाधिकारी ने साेमवार को बताया कि सौंधन में स्थित मुगलकाल का किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित इमारत है। इस पर बेहतरीन नक्काशी मुगलकाल की गवाही देती है। उन्होंने प्राचीन किले की बदहाली को देखते हुए कहा कि जिला प्रशासन द्वारा पहले चरण में इसकी सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी, जिससे प्राचीन इमारत में आवाजाही प्रारंभ हो सके। इसके अलावा जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान 10 संरक्षित इमारत के आसपास तमाम निर्माणाधीन कार्य होने पर हलका लेखपाल पर भी नाराजगी जताई थी। जिलाधिकारी ने कहा था कि यहां निर्माण कार्य नहीं होने चाहिए, इस पर ध्यान क्यों नहीं रखा जा रहा है।
बताते हैं कि मुगल बादशाह शाहजहां की सल्तनत में संभल व मुरादाबाद के गवर्नर रहे रुस्तम खान दक्खनी ने संभल जिले के सौंधन में इस किले का निर्माण कराया था। यह किला स्थापत्य कला की खूबसूरती और तत्कालीन दौर की यादगार निशानियों में से एक है। किले का निर्माण 1645 ईसवी में होने का उल्लेख एएसआई के रिकार्ड में दर्ज है। किले के निकट ही एक मस्जिद भी बनवाई थी। देखरेख के अभाव में किले की हालत तो जर्जर होती जा रही है। ग्रामीणों ने भी अतिक्रमण किया हुआ है।
डीएम ने बताया कि सौंधन गांव में बना किला बेहतरीन नक्काशी का नमूना है, जिसकी देखभाल होनी जरूरी है। इसलिए एएसआई को पत्र भेजकर देखभाल व मरम्मत के लिए आग्रह किया जाएगा। डीएम ने बताया कि किले के नजदीक ही एक कुआं है जो प्राचीन बताया जा रहा है। उसकी भी सफाई कराई जाएगी।
(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल