जयपुर, 6 जनवरी (Udaipur Kiran) । सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स की योग्यता जांचने के लिए होने वाली परीक्षा का नाम राज्य सरकार ने बदल दिया है। अब तक इस परीक्षा का नाम राजस्थान के शिक्षा में बढ़ते कदम (आरकेएसएमबीके) था, जिसे बदलकर अब मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान (एमएसआरए) कर दिया गया है। शिक्षा विभागीय परीक्षा के पंजीयक ने इस नए नाम के साथ दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
पंजीयक नरेंद्र कुमार सोनी ने एक आदेश जारी कर सभी डाइट प्रिंसिपल को कक्षा तीन से आठ के स्टूडेंट्स के लिए जनवरी में ही परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इन क्लास के स्टूडेंट्स हिन्दी, अंगेजी, गणित विषय की परीक्षा देंगे। स्टूडेंट्स जिस क्लास में पढ़ रहे हैं, उससे पहले वाली क्लास से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे ताकि ये स्पष्ट हो सके कि स्टूडेंट्स को पिछली कक्षा की शिक्षा प्राप्त है या नहीं? जो स्टूडेंट्स इस परीक्षा में कमजोर साबित होंगे, उन पर अतिरिक्त मेहनत की जाएगी।
शिक्षक संगठन आरकेएसएमबीके को बंद करने की मांग कर रहे थे, क्योंकि इस परीक्षा के चलते वार्षिक परीक्षा से पहले पढ़ाई का नुकसान होता है। ऐसे में अधिकांश संगठनों ने कांग्रेस राज में शुरू हुई इस परीक्षा को बंद करने का इंतजार कर रहे थे लेकिन अब इसका सिर्फ नाम बदला गया है। शिक्षक नेताओं का कहना है कि इस परीक्षा के कारण सरकारी स्कूलों में काफी दिनों तक पढ़ाई ठप हो जाती है।
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(Udaipur Kiran) / रोहित