—ठिठुरन भरे सर्द मौसम में काशी विश्वनाथ धाम में कंबल वितरण
वाराणसी, 05 जनवरी (Udaipur Kiran) । पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के असर से बाबा विश्वनाथ की नगरी में गलन और ठिठुरन जारी है। पूरे दिन धुंध और कोहरे के असर के साथ बर्फीली हवाओं से लोगों को काशी में ही शिमला का एहसास हो रहा है। तमाम गर्म कपड़ों को पहनने के बाद भी ठिठुरन दूर करने के लिए लोग अलाव और हीटर का सहारा ले रहे हैं। रविवार को भी पूर्वाह्न दस बजे तक घने कोहरे और धुंध का असर दिखा। मौसम के इस तेवर से फसलों को भी पाला मारने की आशंका किसानों को अब सताने लगी है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दो दिन पहले सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण इन दिनों पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान सामान्य है। इसके बावजूद अभी दो-तीन दिनों तक मौसम ऐसे ही रहने की संभावना है। प्रदेश में जेट स्ट्रीम के कारण गलन बढ़ रही है। बर्फीली हवाओं और नमी से ठिठुरन बरकरार है। रविवार को अपराह्न एक बजे वाराणसी में अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस, आद्रता 66 फीसदी और हवा की रफ्तार 05 किमी प्रतिघंटा रही। इससे पहले शनिवार को दिन में सुबह कोहरा छाया रहा। दिन में कुछ देर के लिए धूप जरूर निकली लेकिन उस पर गलन भारी रही। शाम होते ही फिर गलन बढ़ गई। दिन में 14.8 और रात का तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, अवकाश का दिन होने के कारण गंगा में स्थानीय लोगों के अलावा देशी—विदेशी पर्यटक भी नौकायन का आनंद लेते दिखे। सर्द हवाओं और कोहरे के बीच लोग सुबहे बनारस का लुत्फ लेने के लिए घाटों पर डटे रहे। वहीं, नियमित गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालु, संत कड़ाके की ठंड में भी गंगा में आस्था की डुबकी लगाते रहे। गंगा उसपार रेती में भी पूर्वाह्न बाद लोगों की भीड़ दिखी।
इस दाैरान ठिठुरन भरे सर्द मौसम में श्री काशी विश्वनाथ धाम परिसर में कार्यरत सफाई कर्मियों और अन्य कर्मचारियों में प्रदेश के पूर्व मंत्री शहर दक्षिणी के विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने न्यास के अधिकारियों के साथ कंबल वितरित किया।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी