देहरादून, 03 जनवरी (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने निकाय चुनावों में नामांकन निरस्तीकरण को लेकर कांग्रेस की ओर से लगाए गए आरोपों को उनकी संभावित हार से उपजी हताशा का परिणाम बताया है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुरेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस केवल चुनावी समय में सक्रिय होती है और वह भी आधी-अधूरी व गलत जानकारी के साथ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता खुद ही अपने उम्मीदवारों के चयन में लेनदेन, गुटबाजी और अयोग्यता के गंभीर आरोप लगा चुके हैं। ऐसे में उनके प्रत्याशियों के नामांकन में त्रुटियां मिलना स्वाभाविक है।
उन्होंने नामांकन निरस्तीकरण के अंतर को दोनों पार्टियों की कार्यशैलियों का अंतर बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा 24X7 की पार्टी है और हमेशा जनता के बीच सक्रिय रहते हैं। जब जब चुनाव आयोग मतदाता सूचियों या मतदाता बनाने का अभियान चलाता है, तब हमारे कार्यकर्ता जनता के मध्य कार्य करते हैं। ऐसे में यदि कोई त्रुटि उन्हें नजर आती है तो वह तत्काल सुधार की प्रक्रिया अपनाते हैं। लेकिन दूसरी तरफ कांग्रेस के लोग सिर्फ ऐन चुनाव के अवसर पर ही होश संभालते हैं।
उन्होंने लोहाघाट के ऐसे ही प्रकरण का हवाला देते हुए कहा कि जहां उनके प्रत्याशी गिरधर सिंह नामांकन करने पहुंचे तो मालूम हुआ उनका नाम ही मतदाता सूची में नहीं था। ऐसे में गलती किसकी हो सकती है, जबकि होना तो यह चाहिए कि तमाम चुनाव आयोग के मतदाता कार्यक्रमों में कांग्रेसियों को अपना ही नहीं बल्कि जनता के सहयोग के लिए भी आगे रहना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में ही भ्रष्टाचारी, अपराधी, अवैधानिक, अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों की बहुतायत है। लिहाजा बड़ी संख्या में टिकट ऐसे ही अयोग्य और अवैध व्यक्तियों को दिए जाते हैं जिनकी नामांकन में दी गई जानकारी गलत पाई जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया, ऐसा नहीं है कि भाजपा का कोई नामांकन निरस्त नहीं हुआ है। लेकिन कांग्रेसियों की संख्या बहुत अधिक है। क्योंकि वहां गुटबाजी, अराजकता, अव्यवस्था और अयोग्यता चरम पर है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के पक्ष में माहौल और अयोग्य अक्षम व्यक्तियों को टिकट देने से कांग्रेस में हताशा निराशा फैली हुई है। यही वजह है कि हार सामने देखकर वह अभी से झूठे एवं अनर्गल आरोप लगाकर अपनी खीज मिटा रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार