
-देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयन्ती पर गांव झाड़सा में हुआ कार्यक्रम
गुरुग्राम, 3 जनवरी (Udaipur Kiran) । उद्योग एवं वाणिज्य, पर्यावरण, वन एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि शिक्षा समाज के जागरण में मुख्य भूमिका निभाती है। ऐसे में हमारी युवा शक्ति को सावित्रीबाई फुले के जीवन मूल्यों को आत्मसात करते हुए समाज के उत्थान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए।
कैबिनेट मंत्री शुक्रवार को देश की प्रथम महिला अध्यापक एवं समाज सेविका सावित्री बाई फुले की जयन्ती पर गांव झाड़सा में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में यह प्रमाणित हो चुका है कि शिक्षा हर एक नागरिक का सम्पूर्ण विकास करती है। जिसके चलते महिलाओं के लिए शिक्षा का महत्व और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है। जो समाज जितना अधिक शिक्षित होगा उसके विकास की आधारभूत संरचना उतनी की दृढ़ होगी।
राव नरबीर सिंह ने कहा कि समाज का ढांचा जैसा होगा शिक्षा उतनी ही महत्वपूर्ण हो जाती है। सावित्री बाई फुले के द्वारा जलायी गयी ज्योति आज के समय में और अधिक प्रासंगिक है। क्योंकि जिस समाज के भीतर स्त्रियां अधिक जागरूक होती है वह समाज कहीं अधिक विकसित होता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी महिलाओं को उनके अधिकारों के लिए एक लंबा संघर्ष करना पड़ा। ऐसे में जब देश में राजनीतिक गुलामी के साथ-साथ सामाजिक गुलामी का भी दौर था, तब सावित्रीबाई फुले ने शिक्षा के महत्व को जाना, समझा और महिलाओं की आज़ादी के नए द्वार खोलकर उनमें नई चेतना का सृजन किया जो हम सभी के लिए आज भी प्रेरणा का विषय है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हमें सावित्रीबाई फुले का योगदान सिर्फ कुछ जातियों के विकास तक सीमित रखने के दृष्टिकोण से नही देखना चाहिए। उन्हें सिर्फ समाज सुधारक कहकर उनके द्वारा किए गए कार्यों को सीमित नहीं किया जा सकता। सावित्रीबाई ने स्त्री जीवन को गौरवान्वित कर समाजिक न्याय का जो पथ प्रदर्शन किया था।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन्ही विचारों से प्रेरणा लेकर प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के साथ साथ सर्वसमाज के हितों को ध्यान में रखते हुए निरन्तर उनके सामाजिक उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। निश्चित रूप से हरियाणा आने वाले पांच वर्षों में विकास के नए आयाम को छूएगा। इस अवसर पर बादशाहपुर के एसडीएम अंकित कुमार चौकसे, संयुक्त आयुक्त अखिलेश यादव, दुष्यंत सैनी एडवोकेट, मंजीत जेलदार, सुंदर गहलोत, ताराचंद सैनी, जय सिंह, पवन, सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) हरियाणा
