Uttar Pradesh

प्रतापगढ़ में दो करोड़ रुपये की लागत से होगा लोनी नदी का पुनरुद्धार

प्रतापगढ़, 02 जनवरी (Udaipur Kiran) । प्रतापगढ़ जिले के कुंडा तहसील क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गुर्जर गांव से लोनी नदी प्रारंभ होती है और पांच विकासखंड के 35 गांव के बीच से होते हुए सई नदी में समाहित हो जाती है। लोनी नदी बीच में अपना अस्तित्व खो रही थी लेकिन सरकार की नजर इस पर पड़ी और नदी के लिए शासन से दो करोड रुपये की राशि अवमुक्त की गई है। मनरेगा योजना के अंतर्गत भी लोनी नदी पर कार्य प्रगति पर है।

लोनी नदी का उद्गम विकास खण्ड बाबागंज की ग्राम पंचायत गुजवर में स्थित गुजवर झील से है। गुजवर झील विकास खण्ड बाबागंज की ग्राम पंचायत गुजवर एवं पुरमईसुल्तानपुर तथा विकास खण्ड रामपुर संग्रामगढ़ की ग्राम पंचायत मादामई से घिरी हुई है। लोनी नदी पांच विकास खण्डों बाबागंज, रामपुर संग्रामगढ़, बिहार, लालगंज एवं लक्ष्मणपुर के 35 ग्राम पंचायतों से होती हुई सई नदी में समाप्त होती है।

लोनी नदी पर मनरेगा योजना के द्वारा कराये जा रहे कार्यों में नदी के पुनरुद्धार में ढाल का विशेष ध्यान रखा जा रहा है तथा खुदाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी को साइड सरफेस पर डाली जा रही है। ताकि मिट्टी कटकर पुनः नदी में न आये। प्रत्येक 1000 मीटर के चैनेज पर लगभग 5 मीटर चौड़े बांध बनाए जा रहे हैं। इससे वर्षा ऋतु के बाद भी नदी की तलहटी में पानी रह सकेगा। लोनी नदी के तटों पर वृक्षारोपण कराया जा रहा है।

जिलाधिकारी संजीव रंजन ने बताया कि प्रतापगढ़ जनपद की लोनी नदी के पुनरुद्धार के लिए शासन से दो करोड रुपये मिले हैं। नदी में सफाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है मनरेगा के तहत भी कार्य कराए जा रहे हैं। नदी के तटों का सौंदर्यीकरण कराया जाएगा।

(Udaipur Kiran) / दीपेन्द्र तिवारी

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