Madhya Pradesh

जबलपूर : देवी आराधना पद्धति को ‘ब्लैक मैजिक’ नाम देकर छवि खराब की जाती है : यंग थिंकर्स कॉनक्लेव का समापन

हेरिटेज वॉक के साथ हुआ 3 दिवसीय यंग थिंकर्स कॉनक्लेव का समापन
3 दिवसीय यंग थिंकर्स कॉनक्लेव का समापन

जबलपूर, 31 दिसंबर (Udaipur Kiran) । शहर के प्रतिष्ठित ट्रिपल आईटीडीएम परिसर में चल रहे यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव का समापन हेरिटेज वॉक के साथ हुआ। देश भर से कॉनक्लेव में सम्मिलित होने आए प्रतिभागियों ने सर्वप्रथम जबलपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भेड़ाघाट में नौका विहार कर मां नर्मदा के घाटों के मध्य स्थित मार्बल के पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता को निहारा। तत्पश्चात सभी प्रतिभागियों ने चौसठ योगिनी मंदिर के दर्शन किए, जहां विशेषज श्रीराम कोंगला एवं पंकज सक्सेना द्वारा उन्हें मंदिर की निर्माण शैली, वास्तुशास्त्र अनुरूप विशेषताओं एवं मंदिर पर मुगलों द्वारा किए नृशंस आक्रमण की जानकारी दी गई।

इसी के साथ रामकृष्ण कोंगला ने बताया कि ‘ब्लैक मैजिक ‘ शब्द हमारी उपासना पद्धति का अपमान करता है, क्योंकि यह तंत्र साधना स्वयं की रक्षा हेतु की जाती है न कि किसी अन्य को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से।

चौसठ योगिनी के बारे में पंकज सक्सेना ने कहा कि यह योगिनियां रौद्र स्वरूप में होती हैं एवं विधिवत अर्चना व साधना न करने पर स्वयं पर ही विपरीत परिणाम भी हो सकते हैं, इसलिए यह जटिल साधना मार्गदर्शन में एवं सावधानीपूर्वक की जानी चाहिए।

तत्पश्चात सभी रमणीय डेलीगेट्स धुंआधार जल प्रपात देखने गए। यहाँ नर्मदा की धारा 50 फुट ऊपर से गिरती है। जिसका जल सफेद धुंए के समान उड़ने लगता है। इसी कारण इसे ‘धुंआधार’ कहते हैं।

गौरतलब है कि आयोजक संस्था यंग थिंकर्स फोरम की शुरुआत 2018 में राजधानी भोपाल से हुई। इसका उद्देश्य युवाओं के बीच वैचारिक संवाद स्थापित कर सही दिशा प्रदान करना है। यह समय-समय पर वायटीएफ वार्ता, पुस्तक चर्चा, हेरिटेज वॉक इत्यादि आयोजित करता है। यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव की श्रृंखला में यह 6 वाँ संस्करण है।

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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक

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