मुंबई , 31 दिसंबर (Udaipur Kiran) ।ठाणे नगर निगम की क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन इकाई में 2024 में कुल 3977 शिकायतें दर्ज की गईं। ज्यादातर शिकायतें आग और पेड़ों को लेकर थीं। आपदा प्रबंधन विभाग के कार्मिकों द्वारा किये गये बचाव एवं राहत कार्यों के फलस्वरूप विभाग नागरिकों की बड़ी जनहानि को टालने में सफल रहा।क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन इकाई को शिकायत मिलने के बाद आपदा प्रबंधन विभाग के कर्मचारियों ने तत्काल राहत और बचाव कार्य किया। इसके अलावा, यदि अतिरिक्त सहायता की आवश्यकता है, तो अग्निशमन विभाग, वृक्ष प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और पुलिस, आपदा प्रबंधन अधिकारी वाई की मदद से राहत और बचाव अभियान चलाया गया है। मनपा आयुक्त सौरभ राव के निर्देशानुसार ठाणे मनपा का क्षेत्रीय आपदा प्रबंधन कक्ष राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सदैव तैयार है। अतिरिक्त आयुक्त प्रशांत रोडे और उपायुक्त (आपदा प्रबंधन) जी. जी गोदेप्योर के मार्गदर्शन में, ठाणे नगर निगम के सभी विभागों के साथ-साथ अन्य प्रणालियों के समन्वय से तत्काल निर्णय लिए जाते हैं। तडवी ने यह भी कहा कि इससे राहत और बचाव कार्य तेजी से और प्रभावी ढंग से चलाना संभव हो जाता है.।ठाणे मनपा की ओर से आज कहा गया कि दिसंबर 2024 में येऊर के संजय गांधी नेशनल पार्क में ट्रैकिंग करने गए 10 युवक मधुमक्खियों के काटने से फंस गए थे. उसे बचा लिया गया ।दिसंबर 2024 में, जब कॉसमॉस रेजीडेंसी के दो बुजुर्गों को सूचना मिली कि वे आत्महत्या करने वाले हैं, तो फायर ब्रिगेड और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और 5 से 10 मिनट के भीतर उन दोनों को बचाने में कामयाब रहे।अक्टूबर 2024 में कंपनी के वागले एस्टेट में आग लग गई। आग की भयावहता को देखते हुए तुरंत अन्य नगर पालिकाओं से अतिरिक्त मदद मांगी गई और आग पर काबू पा लिया गया.।सितंबर 2024 में देव कोपोरा की 11वीं मंजिल पर लगी आग से 10 नागरिकों को सुरक्षित बचाया गया था।।0जुलाई 2024 में खादी मशीन के पास एक पहाड़ में फंसे पांच बच्चों को सफलतापूर्वक बचाया गया। जुलाई 2024 में, मानपाड़ा में एमएमआरडीए इमारत के भूतल और पहली मंजिल पर एक इलेक्ट्रिक केबल डक्ट में आग लग गई, जिससे 22 मंजिला इमारत में धुआं फैल गया। वहां से करीब 30 नागरिकों को सुरक्षित बचाया गया। मार्च 2024 में कसारवडवली सिग्नल पर एक बेस्ट में आग लग गई थी। उस बस से करीब 65 यात्रियों को सुरक्षित बचाया गया। फरवरी 2024 में, लोढ़ा अमारा सोसाइटी, कोलशेट में एक पाइपलाइन डक्ट में कचरे में आग लग गई। इससे दोनों विंग में धुआं फैल गया। करीब 90 नागरिकों को सुरक्षित ग्राउंड फ्लोर पर लाया गया।
—————
(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा