Bihar

छात्रों के भविष्य को खराब करने के लिए उन्हें कौन बहका रहा, इसकी जांच होगी : विजय चौधरी

मंत्री विजय चौधरी की फाइल फोटो

पटना, 31 दिसम्बर (Udaipur Kiran) ।

बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारम्भिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश के करीबी मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि इस मामले में मुख्य सचिव ने पहले ही कहा है कि किन्ही को पेपर लीक के बारे में या एग्जाम को लेकर कोई शिकायत है उन पर संज्ञान लेंगे और कार्रवाई करेंगे लेकिन अभ्यर्थियों ने पेपर लीक से जुड़ा कोई सबूत नहीं दिया गया है। छात्रों के भविष्य को खराब करने के लिए उन्हें कौन बहका रहा है, इसकी जांच होगी।

विजय चौधरी ने कहा कि मुख्य सचिव ने सरकार की ओर से खुला न्योता दे रखा। सरकार को जो करना होगा करेंगे। छात्रों के हित में सरकार काम करेगी। पेपर लीक का कोई सबूत नहीं दिया गया है लेकिन पेपर लीक को लेकर हंगामा हुआ। ऐसे में ये किसकी साजिश है। छात्रों के भविष्य को खराब करने के लिए उन्हें कौन बहका रहा है। इसकी जांच भी होगी। उन्होंने कहा कि छात्र हमारे भविष्य हैं। नीतीश कुमार की सरकार छात्रों के पक्ष में हैं। उनके साथ कोई नाइंसाफी नहीं होगी।

जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर के 48 घंटे के अल्टीमेटम पर विजय चौधरी ने सख्त अंदाज में कहा कि सरकार किसी के अल्टीमेटम को नहीं समझती। सरकार जनता के हित में काम करती है। अल्टीमेटम की कोई जरूरत नहीं, उसकी कोई अहमियत नहीं है। अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल से मुख्य सचिव के स्तर पर बात होना सरकार की पहल है। प्रशांत किशोर सहित कई अन्य पर दर्ज एफआईआर रद्द करने के मसले पर विजय चौधरी ने कहा कि सरकार इस मामले पर उदारतापूर्वक विचार करेगी। एग्जाम को लेकर जो भी फैसला होगा वो बीपीएससी तय करेगी।

उल्लेखनीय है कि बीते 13 दिसम्बर को पूरे बिहार में 70वीं बीपीएससी परीक्षा हुई। पटना के एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्रों के वितरण में अनियमितता की शिकायतें आई। इसे लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया तो बीपीएससी ने पटना केंद्र की परीक्षा रद्द करने की घोषणा की। छात्रों की मांग है कि पूरी परीक्षा रद्द की जाए। छात्रों का कहना है कि एक केंद्र की परीक्षा रद्द की जाती है तो बाद में मेरिट लिस्ट तैयार करने में नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी, जिसका वे शुरू से विरोध कर रहे हैं। साथ ही पूरे मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने की मांग की गई। इसे लेकर पटना के गर्दनीबाग में छात्रों का प्रदर्शन भी जारी है।

इसी दौरान 29 दिसम्बर को गांधी मैदान से आंदोलनरत छात्र जब सीएम हाउस की ओर कूच रहे थे तब उन पर पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया। इसमें कई छात्र घायल हुए, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया। इस बीच बिहार के मुख्य सचिव से छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात कर उनकी बातें सुनीं। वार्ता सकारात्मक रही।

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(Udaipur Kiran) / गोविंद चौधरी

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